पेरिस:फ्रांस के नीस शहर में स्थित एक चर्च में गुरुवार को एक आतंकी ने चाकू से हमला कर दिया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। इस घटना पर पूरे देश में रोष है और सभी फ्रांस के प्रति संवेदनाएं प्रकट कर रहे हैं। मगर इस बीच मलयेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने भड़काऊ बयान दिया है। नीस आतंकी हमले का एक तरह से समर्थन करते हुए महातिर बिन मोहम्मद ने कहा कि मुस्लिमों को लाखों फ्रांसिसी नागरिकों को मारने का हक है।
नीस हमले का जिक्र किए बगैर महातिर ने गुरुवार को ‘दूसरों का सम्मान कीजिए’ नाम से लिखे अपने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा है कि मुस्लिमों को गुस्सा करना का अधिकार है और अतीत में किए गए नरसंहारों के लिए लाखों फ्रांसीसी नागरिकों को मारने का भी पूरा हक है। मगर अभी तक मुस्लिम आंख के बदले आंख की ओर नहीं बढ़े हैं। मुस्लिम ऐसा नहीं करते। फ्रांस को भी ऐसा नहीं करना चाहिए। इसके बदले फ्रांस को अपने नागरिकों को दूसरे की भावनाओं का ख्याल करना की सीख देनी चाहिए।’ महातिर ने 18 वर्षीय लड़के द्वारा कक्षा में पैगंबर के कार्टून दिखाने पर फ्रांसीसी शिक्षक सैमुअल पैटी की हत्या की घटना का जिक्र किया।
महातिर ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को असभ्य बताया। उन्होंने मैक्रों पर हमला बोलते हुए कहा कि किसी धर्म का अपमान करने वाले एक शिक्षक की हत्या पर पूरे इस्लाम को दोषी ठहराना ठीक नहीं है। ऐसा नहीं लगता कि मैक्रों सभ्य हैं। जब आप एक आक्रोशित शख्स के गलत काम का ठीकरा सारे मुसलमानों पर फोड़ते हैं और उन्हें दोषी ठहराते हैं, तो मुसलमानों को भी फ्रेंच लोगों को सजा देने का हक है। केवल फ्रांस के सामानों का बहिष्कार करना इसका सही मुआवजा नहीं होगा।
फ्रांस के नीस में गुरुवार को एक गिरिजाघर में हमलावर द्वारा चाकू से किए गए हमले में तीन लोगों की मौत हो गई। नीस शहर में हुए इस हमले में जांच अधिकारियों ने बड़ा खुलासा किया है। हमलावर की पहचान ट्यूनीशिया के नागरिक के रूप में हुई है। हमलावर फ्रांस के चर्च में हाथ में कुरान की कॉपी और चाकू लेकर घुसा था और फिर उसने तीन लोगों की हत्या कर दी। यह पिछले दो महीनों में फ्रांस में इस तरह का तीसरा हमला है।
नोट्रेड्रम चर्च (गिरिजाघर) में हमले को अंजाम देने वाला हमलावर पुलिस द्वारा पकड़े जाने के दौरान घायल हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस वारदात स्थल से एक किलोमीटर की दूरी पर वर्ष 2016 में बास्तील डे परेड के दौरान एक हमलावर ने ट्रक को भीड़ में घुसा दिया था, जिसमें दर्जनों लोगों की मौत हो गई थी। दो पुलिस अधिकारियों ने नाम का खुलासा नहीं करते हुए कहा कि माना जा रहा है कि वारदात को हमलावर ने अकेले अंजाम दिया।