गोरखपुर:अभिनेता संजय मिश्र ने सीएम योगी आदित्यनाथ के यूपी में फिल्म सिटी बनाने के ऐलान को सरकार की सकारात्मक पहल बताया है। इसके साथ ही उनका मानना है कि इस पहल को सफल बनाने के लिए सरकार और समाज को एक साथ आना होगा।
गोरखपुर आए संजय मिश्र ने गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब द्वारा आयोजित साक्षात्कार और परिचर्चा को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। संजय मिश्रा ने कहा फिल्म सिटी की सोच और इससे जुड़े प्रयासों के प्रोत्साहन के लिए कई कदम उठाने होंगे। लोगों को भी सिनेमाघरों तक पहुंचना होगा।
भोजपुरी सिनेमा के बारे में अपनी राय रखते हुए संजय ने कहा कि भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में बहुत सुधार की जरूरत है। भोजपुरी में सुंदर आौर पारिवारिक फिल्में बनें तो भोजपुरी फिल्में भी चलेंगी। क्षेत्रीय भाषाओं में कई राज्यों में फिल्म इंडस्ट्री सफल है। भोजपुरी सिनेमा जगत भी एक दिन समृद्ध होगा। उन्होंने कहा कि भोजपुरी फिल्में देखने कम लोग सिनेमा हाल तक जाते हैं जबकि अन्य क्षेत्रीय भाषाओं की फिल्मों को देखने वहां के लोग भारी संख्या में सिनेमाघरों तक पहुंचते हैं।
वेब सीरीज में अश्लीलता परोसे जाने के एक सवाल के जवाब में कहा कि सिनेमा मार्केटिंग का मीडिया है। सिनेमा समाज का दर्पण है। जो समाज में चल रहा है, वही दिखाया जाता है। पिक्चर में द्विअर्थी संवादों, गाली और महिला हिंसा दिखाया जाना सही नहीं है। लेकिन लोग इसे घर में खुद पर लागू तो करें। उन्होंने कहा कि नेटफ्लिक्स, प्राइम वीडियो आदि की बढ़ती लोकप्रियता पर कहा कि जिस तरह मल्टीप्लेक्स खुलने से छोटे सिनेमाघरों पर असर पड़ा है, उसी तरह मोबाइल एप पर फिल्में उपलब्ध होने से मल्टीप्लेक्स पर भी असर पड़ेगा। सरकार को चाहिए कि फिल्म सिटी निर्माण के साथ सिनेमाघरों को पुनः व्यवस्थित करें ताकि उसमें फिल्में चलाई जा सकें। यदि सिनेमा हाल ही नहीं रहे तो सिनेमा बनाने का क्या फायदा होगा।