गाजियाबाद:गाजियाबाद के खोड़ा में एक युवक ने अपनी प्रेमिका से मिलाने के बहाने अपने दोस्त को बुलाकर उसे बंधक बना लिया और फिर उसके मोबाइल से परिजनों को फोन कर 15 लाख की फिरौती मांगी। सूचना मिलने पर पुलिस टीमों ने महज छह घंटे में ही वारदात का खुलासा करते हुए आरोपी और उसके चार साथियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर पीड़ित को भी सकुशल मुक्त करा लिया है।
खोड़ा थाना प्रभारी नीरज कुमार ने बताया कि खोड़ा में रहने वाले विनय शुक्ला ने मंगलवार की शाम को अपने बेटे के अपहरण की सूचना दी थी। इसमें बताया था कि उनके 20 वर्षीय बेटे सौरभ का किसी ने अपहरण कर लिया है और उसे छोड़ने के लिए 15 लाख रुपये की फिरौती मांग रहा है। इस सूचना पर पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी। इधर, एसएसपी कलानिधि नैथानी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्राधिकारी इंदिरापुरम के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच, सर्विलांस और स्वाट की अलग-अलग टीमें गठित कर अपहर्ताओं की तलाश में लगा दीं। इन टीमों ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से अपहृत युवक को एक बंद मकान से बरामद करते हुए मुख्य आरोपी और उसके चार साथियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान हर्षित ठाकुर निवासी गंगा विहार खोड़ा, सुधीर, रिजवान, संजय निवासी झाझर बुलंदशहर और धौलाना हापुड़ निवासी आसिफ के रूप में हुई है।
सौरभ का सहपाठी रहा है हर्षित
पुलिस अधीक्षक नगर अभिषेक वर्मा ने बताया कि आरोपी हर्षित ठाकुर पीड़ित सौरभ शुक्ला का सहपाठी रहा है। सौरभ भले अब दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ने लगा है, लेकिन हर्षित के साथ उसकी आज भी दोस्ती थी। हर्षित ने ही सौरभ को अपनी प्रेमिका से मिलाने के बहाने बाइक पर बुलाया और नवनीत नगर में अपने साथियों के साथ उसे बंधक बना लिया। इस दौरान आरोपियों में से एक रिजवान ने अपने मोबाइल से पीड़ित का वीडियो भी बनाया। इसके बाद उसके हाथ-पैर बांधकर अंधेरे कमरे में छोड़ दिया।
फिरौती के लिए की चार बार कॉल
आरोपियों ने सौरभ के ही मोबाइल फोन से उसके पिता को चार बार फोन किया और बताया कि सौरभ उनके कब्जे में है। इसे जिंदा छुड़ाना हो तो मुजफ्फरनगर में उन्हें 15 लाख की फिरौती की रकम भेज दें। आरोपियों ने धमकी भी दी थी कि इस संबंध में किसी को कुछ भी बताने से उनके बेटे की जान जा सकती है।
सिलाई उपकरणों के कारोबारी है पीड़ित पिता
विनय शुक्ला ने बताया कि वह खोड़ा में ही सिलाई के सामान का कारोबार करते हैं। इसमें धागा, बटन, काज व अन्य सामान शामिल है। उन्होंने बताया कि उनका कारोबार ठीक ठाक चल रहा है। इसलिए आरोपियों को अंदेशा था कि वह अपने बेटे को छुड़ाने के लिए आराम से 15 लाख की रकम दे देंगे।