श्रीनगर: उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) से सटे अग्रिम इलाकों में रविवार को बेशक भारतीय और पाकिस्तानी सैनिकों की बंदूकें शांत रहीं, लेकिन तनाव बरकरार रहा। इसी बीच, सेना के जवानों की विभिन्न टुकडि़यों ने टंगडार से लेकर करनाह तक एलओसी पर घुसपैठ के संभावित रास्तों और नालों में तलाशी अभियान जारी रखा।
गत शनिवार को पाकिस्तानी सैनिकों ने टंगडार (कुपवाड़ा) सेक्टर में भारतीय सैन्य चौकियों और नागिरक ठिकानों को निशाना बनाया था। पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय ठिकानों पर गोलाबारी करते हुए आतंकियों के एक दस्ते को भारतीय क्षेत्र में सुरक्षित घुसपैठ कराने का प्रयास किया था। भारतीय जवानों ने न सिर्फ पाकिस्तानी गोलाबारी का मुहंतोड़ जवाब दिया बल्कि घुसपैठ के प्रयास को नाकाम बना दिया। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि टंगडार में दोनों तरफ से बंदूकें शांत रही हैं।
सदपोरा, दानी और उसके साथ सटी बस्तियों में रविवार को भी पाकिस्तानी गोलाबारी का असर देखा। स्थानीय लोग घरों में रहे। पूरे इलाके में आज सेना के जवानों की अलग अलग टुकडि़यों ने करनाह के ऊपरी छोर तक एलओसी पर स्थित सभी नालों के अलावा घुसपैठ की दृष्टि से संवेदनशील समझे जाने वाले इलाकों और रास्तों में तलाशी अभियान जारी रखा। अभियान में खोजी कुत्तों की मदद भी ली जा रही है। उन्होंने बताया कि नौगाम और उड़ी सेक्टर में भी अग्रिम इलाकों में तनाव बना रहा और सभी फील्ड कमांडरों को सरहद पार से होने वाले किसी भी दुस्साहस का मुहंतोड़ जवाब देने के लिए हरदम तैयार करने को कहा गया है।
घुसपैठ के संभावित रास्तों पर सेना का तलाशी अभियान
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