अगर फैशन ऐसा हो, जो इको फ्रेंडली होने के साथ-साथ ट्रेंडी भी हो, तो बात कुछ खास है। इन दिनों महिलाएं अपना फैशन स्टेटमेंट कायम कर रही हैं ऑर्गैनिक साड़ी से। हाल के सालों में ऑर्गैनिक शब्द सुनने को मिला, जिसकी पहुंच बढ़कर अब फूड से लेकर साड़ियों तक हो गई है। इन दिनों ऑर्गैनिक साड़ी का क्रेज काफी बढ़ गया है और जवां से लेकर मध्यम उम्र की महिलाएं तक इसे पहनना पसंद कर रही हैं। खास बात ये है कि इन साड़ियों को उस कपास से तैयार किया जा रहा है, जिसमें किसी तरह के केमिकल फर्टिलाइजर का इस्तेमाल नहीं हो रहा है।
जब कॉटन को ऑर्गैनिक तरीके से उगाया जाता है, तो इनसे बनने वाले कपड़े भी ऑर्गैनिक होते हैं। इन्हें डाई करते वक्त केमिकल फ्री, नैचरल और वेजिटेबल रंगों का इस्तेमाल होता है। ये रंग फूलों, पत्तियों और बीज से बनाए जाते हैं। ऐेसे में ये साड़ी नॉन एलर्जिक और नॉन टॉक्सिक होती हैं।
कॉटन की साड़ी में आयरन और स्टार्च मुश्किल से होता है। इसी वजह से आर्गेनिक साड़ियों की निर्माता कम्पनीज़ अमूमन ऐसा टेक्सचर बना रही हैं कि साड़ी बंधने पर कड़ी न होकर शिफॉन या जॉर्जट की तरह लुक दे। इनके रंग पक्के होते हैं और स्टार्च की जरूरत नहीं होती। इसे मेंटेन करना आसान है। इनकी कीमत 4 हजार से शुरू होकर 40 हजार तक हैं।
इसके अतिरिक्त ऑर्गैनिक साड़ियां हमारी स्किन को नुकसान नहीं पहुंचाती। सिर्फ ऑर्गैनिक साड़ी ही नहीं, अगर आप कुर्ती, स्टोल या जो भी कपड़ा पहनते हैं, ये आपके लिए कंफर्टेबल होता है। सिंथेटिक फाइबर से एलर्जी या दूसरी प्रॉब्लम्स हो सकती हैं, लेकिन ऑर्गैनिक से आप हर तरह की स्किन प्रॉब्लम से बच जाते हैं। पसीना आने पर रेडनेस, एलर्जी या दूसरी स्किन प्रॉब्लम्स भी नहीं होतीं।
अतः सस्टेनेबल फैशन की दिशा में आर्गेनिक साड़ियां अधिकतर महिलाओं व् युवतियों की वार्डरॉब की शोभा बढ़ा रही हैं।
ऑर्गैनिक साड़ी हैं फैशनेबल भी और इको फ्रेंडली भी
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