मुंबई:दक्षिण भारतीय सिनेमा में तमन्ना भाटिया की गिनती बड़ी अभिनेत्रियों में की जाती है। इसके साथ वह बॉलीवुड की कई फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं। बॉलीवुड की भाई-भतीजावाद संस्कृति पर उनकी भी राय है, आइए जानें…
बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद और पक्षपात पर अपनी राय रखने वालों में एक और नाम शामिल हो गया है, और वह नाम है तमन्ना भाटिया का, जो अपने आप को बॉलीवुड में आउटसाइडर कहती हैं। लगातार दक्षिण भारतीय फिल्मों में काम करती रहने वाली तमन्ना कहती हैं, ‘मुंबई से आकर, जब मैंने तमिल और तेलुगु फिल्मों में काम किया, तब मैं न ये भाषाएं जानती थी और न ही इंडस्ट्री में किसी को जानती थी।’
30 वर्षीया अभिनेत्री मानती हैं कि भाई-भतीजावाद हर क्षेत्र में है और यह किसी की सफलता और असफलता तय नहीं करता। उन्होंने कहा, ‘मेरे परिवार में कई सारे डॉक्टर्स हैं और अगर मैंने वो पेशा चुना होता, तो मेरे परिवार वाले मुझे गाइड करते। ऐसे ही अगर कल मेरा बच्चा एक्टर बनना चाहेगा, तो मैं भी शायद यही करूंगी। यह ऐसे ही काम करता है। लेकिन इंडस्ट्री में ऐसे कई एक्टर्स हैं, जिन्होंने अपने दम पर बिना फिल्मी बैकग्राउंड के ही नाम बनाया। अभिनेता शाहरुख खान को ही ले लीजिए। वह लीजेंड हैं। आज के दौर में आयुष्मान खुराना और कार्तिक आर्यन जैसे अभिनेताओं ने भी अपना एक अलग मुकाम बनाया है, और वह भी अपने दम पर।’
यह बताते हुए कि कैसे संघर्ष ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से और एक परफॉर्मर के रूप में बेहतर किया है, उन्होंने कहा, ‘जब मेरी हिंदी फिल्में सफल नहीं हुईं, तब मुझे ‘बाहुबली: दि बिगनिंग’ जैसी फिल्म मिली, जिसने मेरे लिए कई चीजें बदलीं। मुझे लगता है प्रतिभा और कड़ी मेहनत के साथ-साथ आपके अंदर आगे तक काम करने का जज्बा होना चाहिए। इसलिए, मैंने अपने करियर में कुछ चांस लिए, इतना काफी है, फिर चाहे उन्होंने काम किया या नहीं, वह मेरे हाथ में नहीं था। पर मैं खुश हूं।’ तमन्ना के पास इस वक्त कुछ तमिल और तेलुगु फिल्मों के अलावा वेब के भी कई सारे प्रोजेक्ट्स हैं और वह जल्द ही अपने काम पर वापस लौटना चाहती हैं।