नई दिल्ली:पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने शुक्रवार को प्रतिबंधित लेग स्पिनर दानिश कनेरिया से कहा कि अगर वह क्लब या घरेलू स्तर पर खेलना शुरू करना चाहते हैं तो उन्हें इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) से अपील करनी चाहिए। कनेरिया 2012 से प्रतिबंधित हैं और आजीविका कमाने के लिए क्रिकेट गतिविधियां शुरू करना चाहते हैं लेकिन पीसीबी ने कहा कि वह ज्यादा कुछ नहीं कर सकता क्योंकि उन्हें सजा ईसीबी ने दी थी।
पीसीबी ने कहा कि ईसीबी भ्रष्टाचार रोधी संहिता का अनुच्छेद 6.8 इस मामले में लागू है जिसमें साफ लिखा है कि भ्रष्टाचार रोधी पंचाट के प्रमुख, जिसने एक खिलाड़ी पर प्रतिबंध लगाया है, उसके पास खिलाड़ी को भाग लेने की अनुमति देने का अधिकार है। इसलिए आपको ईसीबी से अपील की सलाह दी जाती है। दानिश कनेरिया पूर्व में भी कई अवसरों पर कह चुके हैं कि अगर मोहम्मद आमिर और सलमान बट जैसे खिलाड़ियों पर से प्रतिबंध हटाया जा सकता है तो फिर उन्हें अपनी आजीविका चलाने से वंचित करना अनुचित होगा।
इस लेग स्पिनर को 2009 में इंग्लिश काउंटी एसेक्स की तरफ से डरहम के खिलाफ खेले गये मैच में मर्विन वेस्टफील्ड के साथ स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया गया था। वह लंबे समय से पीसीबी से मदद की गुहार लगा रहे हैं। कनेरिया पाकिस्तान की तरफ से खेलने वाले केवल दूसरे हिंदू खिलाड़ी हैं। उनसे पहले उनके मामा अनिल दलपत ने भी पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया था।
बता दें कि दानिश कनेरिया ने नौ साल पुराने मामले में आखिरकार 2018 में स्पॉट फिक्सिंग की बात कबूल की थी। इससे पहले वह खुद पर लगे इन आरोपों को झूठा ही करार देते रहे थे। आरोप कबूलते हुए उन्होंने लोगों से खुद को माफी देने की गुजारिश भी की थी।