हमीरपुर:यूपी के हमीरपुर के मौदहा थाना क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान मारा गया अमर दुबे कुख्यात बदमाश विकास दुबे के चचेरे भाई संजीव दुबे का बेटा था। पिछले कई सालों से अमर अपने चाचा विकास के साथ ही रहता था। अमर के खिलाफ चौबेपुर थाने में पांच मुकदमे दर्ज हैं और 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है।
शूटरों के इंतजाम की जिम्मेदारी अमर की थी
बिकरू गांव में सीओ समेत 8 पुलिस कर्मियों की हत्या के बाद फरार दुर्दांत बदमाश विकास दुबे का भतीजा अमर ही शूटरों का इंतजाम करता था। हर घटना की ब्यूह रचना में अमर के जिम्मे थी। वह रायफलधारियों के साथ हमेशा विकास के साथ ही रहता था। जरूरत पड़ने पर विकास शूटरों का इंतजाम करता था। घटना वाले दिन भी विकास के घर पर ही असलहाधारियों के साथ घर मौजूद था। अमर के पिता संजीव दुबे गांव में खेती किसानी करते हैं। घटना के बाद से ही संजीव भी परिवार समेत घर छोड़कर फरार है।
29 जून को विकास ने लड़की को उठाकर करा दी थी शादी
सूचना है कि 29 जून को ही अमर दुबे की शादी हुई थी। विकास दुबे ने ही रिश्ता तय कराया था लेकिन लड़की वालों ने अपराध के बारे में जानकारी होने पर मना कर दिया था। इसके बाद विकास ने लड़की को उसके परिवार के साथ अपने घर बुला लिया और यहीं शादी करा दी। दो दिन लड़की विकास के घर पर रही थी। उसके बाद परिवार के साथ बिदा कर दिया गया। शादी की सिर्फ रस्म अदायगी रही। परिवार के लोग ही शामिल हुए। कोई कार्ड नहीं बांटे गए, भव्य आयोजन नहीं हुआ। विकास के करीबी 20-25 लोगों को ही शादी की दावत दी गई थी।
कल पोस्टर जारी, आज एनकाउंटर
पुलिस ने मंगलवार को ही अमर दुबे समेत विकास के 16 गुर्गों का पोस्टर जारी किया था। इसमें उनके अपराध और इनाम का उल्लेख था। हर चौराहे पर पोस्टर लगा दिए गए थे। बुधवार तड़के हमीरपुर में एसटीएफ ने मुठभेड़ के दौरान मार गिराया।