विजयनगर। आचार्य श्री महाश्रमण जी की प्रबुद्ध सुशिष्या साध्वीश्री मंगल प्रज्ञा जी आदि ठाणा-5 का चातुर्मासिक मंगल प्रवेश सभा भवन में 29 जून को प्रातः 9.57 बजे हुआ। सभा भवन में आयोजित स्वागत समारोह का शुभारंभ साध्वी श्री जी के मंगलाचरण से हुआ ।तत्पश्चात महिला मण्डल द्वारा स्वागत गीतिका प्रस्तुत की गई। सभा अध्यक्ष बंशीलाल पितलिया ने साध्वीश्री एवं श्रावक समाज का स्वागत करते हुए अधिकाधिक धर्म लाभ लेने का आह्वान किया एवम बताया कि सभी को सरकारी नियमों का पालना करते हुए साध्वी श्री जी की सेवा आराधना करें और साध्वी श्री के सफलतम चातुर्मास की मंगलकामना की तथा गुरुदेव के प्रति अनन्त अनन्त कृतज्ञता प्रेषित की।हुबली मर्यादा महोत्सव से बंगलौर तक के रास्ते की सेवा के लिए युवक परिषद ,महिला मंडल को धन्यवाद दिया।तेरापंथ युवक परिषद विजयनगर अध्यक्ष महावीर टेबा ने साध्वीवृंद का स्वागत करते हुऐ कहा कि हमें चातुर्मास काल में अधिक से अधिक लाभ लेना है तत्पश्चात महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती कुसुम डांगी ने सभी का स्वागत किया एवम कहा कि सभी साध्वियां बहुत ज्ञानी है हमें चातुर्मास में बहुत लाभ लेना है।
गांधीनगर भवन में चातुर्मास हेतु विराजित साध्वी श्री अणिमा श्री जी ने महती कृपा करके साध्वी श्री सुधा प्रभा जी एवम साध्वी श्री समतव्यशा जी को साध्वी श्री के मंगल प्रवेश में विजयनगर भेज कर अपनी भगिनी को मंगल आशीर्वाद प्रदान कराया। साध्वी श्री सुधा प्रभा जी जो मंगल प्रज्ञा जी की छोटी बहन है ने साध्वी श्री जी की अनेक विषेशताओं का उल्लेख करते हुऐ कहा कि हम साध्वी श्रीअणिमा श्री जी के संदेश ले कर आए हैं और सुंदर गीतिका द्वारा स्वागत करते हुए साध्वी श्री के चातुर्मास की मंगकामनाएं प्रस्तुत की। साध्वी श्री की सहवर्तिनी साध्वी श्री सुदर्शन प्रभा ,साध्वी श्री राजुल प्रभा,साध्वी श्रीचैतन्य प्रभा एवम साध्वी श्री शौर्य प्रभा जी ने एक नाटिका प्रस्तुत की जिसमें साध्वी श्री जी मंगल प्रज्ञा जी की अनेक विशेषताओं को बताते हुए साध्वी श्री की जीवनी की सुंदर प्रस्तुति देते हुए श्रावक समाज को प्रेरणा दी कि इस चातुर्मास काल में अधिक से अधिक तप, त्याग, तपस्या से धर्म लाभ लेना है और सुंदर गीतिका द्वारा मंगकामनाएं की। साध्वी श्री मंगल प्रज्ञा जी ने समागत श्रावक समाज को संबोधित करते हुए कहा कि आज सबके चेहरे प्रफुल्लित नजर आ रहे हैं और सबसे ज्यादा मैं प्रसन हूं कयूंकि हुबली में गुरुदेव द्वारा घोषित विजयनगर चातुर्मास का आज मगल प्रवेश सभा भवन में सानंद होने जो रहा है।साध्वी श्री जी ने फरमाया कि गुरुदेव ने मुझे स्वस्थ रहते हुए खूब काम करो का आशीर्वाद प्रदान किया एवम प्रमुखा श्री जी ने भी खूब काम करो का आशीर्वाद प्रदान किया।
साध्वी श्री ने फरमाया कि ज्ञान प्रकाश करने वाला होता है पथ दर्शन करने वाला होता है , साध्वी श्री जी ने चातुर्मास काल में करणीय अनेक कार्यों की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि हम इस कोरोना के समय श्रावक समाज के लिऐ धर्म की दुकान नहीं महाश्रमण माल लेकर आए है जिसमें अनेकों वैराइटी है जिससे आप घ्यान ,दर्शन, चारित्र , और तप के कलश में अपनी आत्मा का कल्याण करते हुऐ चातुर्मास काल में अपना योगदान दे सकते है।साध्वी श्री ने अपनी सहवर्तिनी साध्वियों के सेवाभाव और श्रम निष्ठा की सराहना की एवं सभा संस्थाओं की दायित्व शीलता के लिए साधुवाद प्रदान किया। साध्वी श्री ने त्याग तप कर गुरु इंगित की आराधना के लिए सभी को प्रेरित किया एवं सभी को समय नियोजन की प्रेरणा दी। अभातेयुप के निवर्तमान अध्यक्ष श्री विमल कटारिया ने कहा कि विजयनगर क्षेत्र की गणना बेंगलुरु के सर्वाधिक साताकारी क्षेत्रों में होती है नवनिर्मित भवन में आपका पहला और आपका भी अग्रणी के रूप में नऐ सिंगाड़े के साथ पहला चातुर्मास है। गांधीनगर तेयूप के अध्यक्ष रोहित और नव मनोनीत अध्यक्ष मुथा, विजयनगर के पूर्व अध्यक्ष दिनेश मरोठी, टीपीएफ के अध्यक्ष हिम्मत मांडोत ने अपने विचार रखते हुऐ चातुर्मास की मंगलकामना की ।अभातेयुप के कोषाध्यक्ष दिनेश पोखरणा ने अधिकाधिक युवाशक्ति को धर्म संघ से जुड़ने के निवेदन किया और अपनी मंगलकामना दी। कार्यक्रम का सफल संचालन महिला मण्डल मंत्री मधु कटारिया ने किया। त्तेयुप मंत्री श्रेयांश गोलछा ने आभार ज्ञापन किया । स्वागत समारोह के इस कार्यक्रम में सभी सरकारी नियमों के पालना की गई। कार्यक्रम में तेरापंथ सभा, तेरापंथ युवक परिषद, तेरापंथ महिला मण्डल के सभी पदाधिकारियों एवं कार्य समिति सदस्यों का विशेष सहयोग रहा।
साध्वीश्री मंगल प्रज्ञा जी आदि ठाणा-5 का विजय नगर में चातुर्मासिक मंगल प्रवेश
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