शेखर सुमन ने सोमवार शाम को सुशांत सिंह राजपूत के पिता से उनके पटना वाले घर में जाकर मुलाकात की। सुशांत के पिता से मिलने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर बताया कि एक्टर के पिता का कैसा हाल है। उन्होंने लिखा, ‘सुशांत के पिता से मिला और उनका दुख बांटने की कोशिश की। हम कुछ पल साथ में बैठे और हमारे बीच थोड़ी बात हुई। वे अभी भी गहरे सदमे में हैं। मुझे लगता है कि अपना दुख बयां करने का सबसे बेहतर तरीका है चुप रहना’।
आत्महत्या नहीं हत्या लगता है
शेखर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सुशांत की मौत मुझे आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या लगती है। जो हमारी आंखों को दिखाई दे रहा है उससे कहीं कुछ ज्यादा प्रतीत होता है। सुशांत की मौत के बाद जिस प्रकार एक स्क्रिप्ट तैयार की गई। उससे इसे आत्महत्या दर्शाया गया जो कहीं ना कहीं हत्या लग रहा है। यह आत्महत्या नहीं बल्कि एक संदेहास्पद मौत है इसकी जांच आवश्यक है। हमारे पास कोई प्रमाण नहीं है अगर जांच हो जाएगी तो सारी बातें सामने आ जाएगी। शेखर ने कहा कि वे मुख्यमंत्री तक अपनी बात को पहुंचा देंगे।
सुशांत के निधन के बाद अपने बेटे को लेकर डर गए हैं शेखर सुमन
शेखर ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, ‘मैं सुशांत के पिता का दर्द महसूस कर सकता हूं क्योंकि उनकी तरह मेरा बेटा अध्ययन भी डिप्रेशन से गुजर चुका है। फिल्म इंडस्ट्री ने उसके लिए कई मुश्किलें खड़ी की। एक बार उसने मुझसे कहा कि उसके दिमाग में आत्महत्या करने का विचार आ रहा है।’
शेखर ने बताया कि जब अध्ययन ने खुदकुशी की बात कही, तो वह हैरान रह गए। उन्हें डर भी लगने लगा था। तब उन्होंने अध्ययन को समझाया कि जिंदगी लड़ने का नाम है। शेखर ने कहा, ‘हमने फिर अध्ययन को अकेला नहीं छोड़ा। परिवार के सदस्य अध्ययन के आसपास रहते हैं।’
शेखर ने बताया कि कई बार वह सुबह 4 बजे उठकर अध्ययन के कमरे में जाकर उन्हें देखते थे। उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अधयन के साथ मजबूती से खड़े रहे।