नई दिल्ली:उत्तर भारत में भारी बारिश, भूस्खलन और मकान ढहने की घटनाओं से अब तक 25 लोगों की मौत हो गई है। इनमें से हिमाचल प्रदेश में 8 लोगों के मारे जाने की खबर है जबकि जम्मू कश्मीर से 7, पंजाब से 6 और हरियाणा से 4 लोगों की मौत की रिपोर्ट सामने आई है।
हिमाचल प्रदेश के सबसे ज्यादा प्रभावित जिले कुल्लू में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। भारी भूस्खलन के चलते मंडी टाउन और पठानकोट-चंबा हाईवे के अलावा चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग पर यातायात प्रभावित हुआ है।
रविवार की रात को उफनती व्यास नदी में एक गाड़ी के गिरने के चलते तीन लोग बह गए। जबकि, मणिकर्ण घाटी के बाद पार्वती नदी में दो लोग बहे। तो वहीं, बजौरा के बाद एक लड़की की मौत हो गई। ये दोनों घटनाएं कुल्लू की है जो बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में से एक है।
कांगड़ा जिले के पालमपुर टाउन के पास पानी से लबालब भरे नारे में एक नाले में एक शख्स की मौत हो गई जबकि ऊना जिले के पास एक मकान ढहने के चलते एक की जान चली गई। व्यास नदी के खतरे से ऊपर बहने के चलते कुल्लू टाउन में कई घर पानी में बह गए। खबरों के मुताबिक लाहौल-स्पीति में चन्द्रताल (4,300 मीटर ऊपर) गए आईआईटी मंडी के फैकल्टी मेंबर लापता हैं।
सरकार के अनुरोध पर भारतीय वायुसेना ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कुल्लू टाउन में वायुसेना ने हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं। सरकार ने चंबा, कुल्लू, सिरमौर, कांगड़ा और हमीरपुर जिलों में 25 सितंबर तक सभी शैक्षणिक संस्थाओं के बंद रखने के आदेश दिए हैं।
भारी बारिश को देखते हुए पंजाब में भी ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया और मंगलवार को वहां के सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि पंजाब सरकार ने जिला अधिकारियों से कहा है कि वे सतर्कता बरतें और बारिश से होनेवाली किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए पूरी तरह से मुश्तैद रहें।
उत्तर भारत में भारी बारिश और भूस्खलन से 25 की मौत, पंजाब में हाई अलर्ट

Leave a comment
Leave a comment