घाटकोपर। समणी जी डॉ. मल्लिप्रज्ञाजी के सानिध्य में घाटकोपर सभा भवन में शनिवार प्रातः 216 वा भिक्षु चरमोत्सव मनाया गया।समणी जी ने आचार्य श्री भिक्षु के गुणों को विस्तार से वर्णन ओर उनके जीवन की प्रमुख घटनाओं का उल्लेख किया।उपासक हस्तीमल डाँगी,भावना चपलोत ने अपने विचार रखे ओर तेयुप अध्यक्ष लोकेश डाँगी ने सुंदर गीतिका के माध्यम से आचार्य श्री भिक्षु के प्रति अपनी भावना प्रकट की।
रात्रि कालीन प्रोग्राम में सावरा! दर्शन किणविध देसी उपर्युक्त विषय पर सुंदर भिक्षु संगीत संध्या का आयोजन किया गया।इस अवसर पर पुखराज बाफना, हस्तीमल डाँगी, कमलेश चोरडिया, रंजना बाफना,रचना बाफना,सुधा कोठारी, गीता सुराणा, सुप्रिया चोरडिया, दिनेश गोखरू,घाटकोपर महिला मंडल सह- संयोजीका भावना चपलोत, तेयुप घाटकोपर अध्यक्ष लोकेश डाँगी, घाटकोपर महिला मंडल ईस्ट, तेयुप घाटकोपर भजन मंडली ने सुंदर गीतिका के माध्यम से सभी को मंत्र मुग्ध किया।घाटकोपर कन्या मंडल ओर किशोर मंडल द्वारा भिक्षु स्वामी की ऐतिहासिक घटना का सजीव चित्रण किया गया। समणी जी डॉ. मल्लिप्रज्ञाजी ओर समणी जी भास्कर प्रज्ञाजी ने स्वामीजी का सुंदर वर्णन गीतिका द्वारा किया गया।संचालन घाटकोपर तेयुप मंत्री राकेश बड़ाला द्वारा किया गया।यह जानकारी कोशाध्यक्ष जितेश धाकड़ द्वारा दी गई।
216 वा आचार्य भिक्षु चरमोत्सव घाटकोपर में भव्य रूप से सम्पन्न
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