वाशी। आचार्य श्री महाश्रमण जी की शिष्या शासन श्री साध्वी श्री रेखा जी टाणा- 5 सहावर्तनी साध्वी श्री जीन रेखा जी के सानिध्य में आचार्य श्री भिक्षु का 216 वा चर महोत्सव मनाया गया कार्यक्रम का शुभारंभ महिला मंडल संयोजिका वनिता जी बाफना ने की साध्वी श्री मधुर यसाजी ने कहा आचार्य भिक्षु युगपुरुष थे उन्होंने तेरापंथ का शिलान्यास किया उनका सपना था सत्य का साक्षात्कार उनका संकल्प था जैन आगम में निरूपित सातचार का पालन श्वेत प्रभाजी साध्वी श्री जी ने कहां तेरापंथ धर्म संघ एक आचार एक विचार एक आचार्य से अनु प्रमाणित यशस्वी धर्म संघ हे इस धर्म संघ की भाग्य लिपि लिखने वाले आचार्य भिक्षु थे शासन श्री साध्वी श्री जिन रेखा जी ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा की आचार्य भिक्षु एक क्रांति दृष्टा आचार्य थे उनकी मां ने सिंह का सपना देखा उनके जीवन में सी ह जैसा पराक्रम स्वीकृति था स्वामी जी का समस्त जीवन एक पवित्र पुस्तक के सम्मान था जिसके प्रत्येक पोस्ट की प्रत्येक पंक्ति प्रेरणा दायक होती है तेरापंथ धर्म संघ एक आचार एक विचार एक आचार्य में अनु प्रमाणित धर्म संघ है इस धर्म संघ की भाग्यलिपि लिखने वाले आचार्य भिक्षु थे साध्वी श्री धवल प्रभाजी ने आचार्य भिक्षु के कर्तव्य और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला उपासक रतन जी सियाल निर्मला जी चंडालिया ने अपने विचार व्यक्त किए कार्यक्रम का कुशल संचालन साध्वी श्री माधव यासाजी जीने किया
रात्रिकालीन -धम्म जागरण (भिक्षु भजन संध्या) का कार्यक्रम में विशेष प्रस्तुति श्वेता जी अच्छा एवं तेयुप कोपरखैरना व महाश्रमण भजन मंडली कोपरखैरना द्वारा एवं अशोक गोखरू चिराग आच्छा संदीप आच्छा नितिन पामेचा गणपत गुंदेचा,जसराज कोठारी रतन आच्छा जीतू बाफना मुकेश डूंगरवाल पंकज भटेवरा अरविंद चोर्डिया रमेश बाफना नमन धोका ने प्रस्तुति दी गई एवं अखिल भारतीय तेरापंथी युवक परिषद द्वारा महामना आचार्य भिक्षु के चरम महोत्सव के उपलक्ष में 74 उपवास वाशी तेरापंथ समाज द्वारा श्री चरणों में साध्वी श्री जी की प्रेरणा से उपवास किए गए यह जानकारी तेरापंथ युवक परिषद संयोजक पंकज चंडालिया ने दी।
वाशी में भिक्षु चरमहोत्सव मनाया
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