Daughter’s Day 2018: वैसे तो माता-पिता अपने सभी बच्चों को एक समान प्यार देते हैं। लेकिन पिता और बेटी की बॉन्डिंग और ट्यूनिंग कुछ अलग ही होती है। इस रिश्ते की मिठास घर की रौनक को कई गुना बढ़ा देती है। जब कोई पुरुष बेटी का पिता बनता है तो उसके स्वभाव में कई बदलाव देखने को मिलते हैं। वह और ज्यादा इमोश्नल और केयरिंग हो जाता है। यहां हम उन वजहों पर बात करते हैं जो घर में बेटी को पापा की लाडली बना देती हैं-
1. बेटियों को पिता की गोद में जो प्यार, सुकून मिलता है वह उन्हें और किसी की गोद में मिलता है। पिता जहां अपनी बेटी को हमेशा पलकों पर बैठाकर रखते हैं, बेटी भी उसकी गोद में खुद को महफूज महसूस करती हैं।
2. बेटियों की जिंदगी में पिता ही उनके पहले सुपरहीरो होते हैं। उन्हें लगता है पिता उनके हर सपने और हर फरमाइश को पूरा करेंगे।
3. घर में बच्चों की शैतानियों से ही रौनक होती है। नटखटपन के इस माहौल में अकसर मम्मियां बेटों की साइड लेती हैं और पापा बेटियों की। ये बात भी पिता और बेटी के रिश्ते को और मजबूत बनाती है।
4. पिता और बेटी की दोस्ती भी बहुत गहरी होती है। बेटी को लगता है कि पिता उसकी हर उलझन को सुलझा सकते हैं। पिता भी अपनी बेटी की हर ख्वाहिश को पूरा करने की कोशिश करते हैं।
5. बेटी की उम्र के हर पड़ाव पर उसके सामने कई चुनौतियां आती है। चाहे वह स्कूल में एडमिशन हो, कॉलेज में दाखिला हो या फिर जॉब का इंटरव्यू हो। हर पड़ाव पर पिता बेटी का पूरा सपोर्ट करता है। पापा बेटी की पढ़ाई से लेकर उसके हर सपने, करियर को पूरा करना चाहते हैं। कैसी भी परिस्थितियां हों, पिता का लाड-प्यार बेटी को हमेशा अपने करीब रखता है।