मुंबई. जनता कर्फ्यू के दौरान महाराष्ट्र थम सा गया है। पुणे के मांजरी इलाके में सड़कें सूनी पड़ी हैं सुबह-सुबह सड़कों पर सिर्फ इक्का-दुक्का लोग ही दिखाई दिए। जबकि आम दिनों में यहां पर 7 बजे के बाद काफी भीड़ होती है। पेट्रोल पंप पर भी खाली पड़े रहे, यहां सिर्फ पंप कर्मचारी ही खड़े नजर आए। वहीं शहर के हड़पसर इलाके की बात करें तो यहां के सभी पेट्रोल पंप बंद हैं। बस स्टैंड पर भी सन्नाटा पसरा है, आम दिनों में यहां सुबह 5 बजे से ही आवाजाही शुरू हो जाती है लेकिन फिलहाल यहां सभी बसें खड़ी हुई हैं। इंडस्ट्रियल हब कहलाने वाला पुणे का मगरपट्टा इलाका भी सूना पड़ा है। पुणे के सीजन मॉल के बाहर भी सन्नाटा पसरा है, यह मॉल 4 दिनों से पड़ा है।
मुंबई के स्टेशनों पर सन्नाटा पसरा है यहां सिर्फ खाली चल रही लोकल ट्रेनों की और अनाउंसमेंट की आवाज आ रही है लेकिन यात्री एक भी नहीं दिखाई दे रहा है। इन ट्रेनों में फिहहाल सफाई कर्मी और पुलिस बल ही यात्रा कर रहे हैं आम लोगों को स्टेशन पर जाने की अनुमति नहीं है। जोगेश्वरी के लोगों ने सड़कों पर संदेश लिखकर लोगों से जनता कर्फ्यू पालन करने की अपील की। वहीं भारत के दस आधुनिक अजूबों में शामिल बांद्र-वर्ली सी लिंक पर भी इस समय सन्नाटा छाया हुआ है। मुंबई के सबसे भीड़भाड़ वाले इलाके में से एक मरीन ड्राइव भी खाली पड़ा है हालांकि सुबह कुछ लोग यहां जॉगिंग करते दिखाई दिए थे। वहीं देश के पहले मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर भी इस समय सन्नाटा छाया हुआ है, पेट्रोलिंग टीम के अलावा यहां कोई नजर नहीं आ रहा है।
महाराष्ट्र में कोरोना से होने वाली मौतों के बढ़ते आकड़ों को देखते हुए उद्धाव ठाकरे में सोमवार से राज्य के सभी शहरी क्षेत्रों में धारा 144 लागू करने का आदेश दिया। ठाकरे में कहा कि होम क्वारेंटाइन का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने कहा कि रोजमर्रा में काम आने वाली चीजों की कोई कमी नहीं है इसलिए किसी भी तरह का पैनिक ना करें। सरकार जनता के साथ खड़ी है और हम उनके हित के लिए ही यह फैसले ले रही है। अगले कुछ दिनों तक आपकी परीक्षा है और मुझे उम्मीद है कि आप सभी इस पर खरे उतरेंगे। सीएम ने स्टेट ट्रांसपोर्ट की सभी बसों को 31 मार्च तक के लिए बंद किया। सरकारी दफ्तरों में हाजिरी सिर्फ 5% तक रहेगी।