मुंबई:करीब 500 अंकों की उछाल के साथ खुला सेंसेक्स कारोबार के अंत में 1709.58 अंक लुढ़क कर 28,869.51 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी निफ्टी 150.45 अंक उछलने के बाद धड़ाम हो गया। बुधवार को निफ्टी अंक 425.55 का गोता लगाने के बाद के स्तर पर 8,541.50 बंद हुआ। वहीं एशियाई शेयर बाजार में बढ़त दर्ज की गई। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से घरेलू शेयर बाजार में भारी उथल-पुथल देखने को मिली। सेंसेक्स एक समय करीब 2000 अंक तक टूट गया था, लेकिन बाद में थोड़ा संभलने के बाद इस साल की नौवीं बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ। यस बैंक का शेयर 5.37% की बढ़त के बाद 61.80 रुपये पर बंद हुआ।कारोबार के शुरुआत में इसके शेयर में 37 फीसद तक उछाल देखने को मिला। शुरुआती कारोबार में यस बैंक का शेयर 64 रुपये 50 पैसे के स्तर पर खुला और देखते ही देखते यह 87 रुपये 95 पैसे के स्तर को छू लिया।
सेंसेक्स में इस साल की बड़ी गिरावट
तारीख | सेंसेक्स में गिरावट |
18 मार्च | 1709 |
16 मार्च | 2713 |
12 मार्च | 2919 |
9 मार्च | 1941 |
6 मार्च | 894 |
28 फरवरी | 1448 |
1 फरवरी | 988 |
20 जनवरी | 735 |
6 जनवरी | 764 |
3:12 बजे: भारतीय शेयर बाजार इस साल की तीसरी सबसे बड़ी गिरावट के चपेट में हैं। सेंसेक्स 935.19 अंक यानी 6.33% लुढ़ककर 28,643.90 के स्तर पर आ गया है तो वहीं, निफ्टी 8,499.20 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसमें 467.85 अंकों का नुकसान देख जा रहा है।
IndusInd Bank के शेयर 33% गिरकर अपने 6 साल के निचले स्तर पर आ गया है। वहीं एजीआर को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद टेलीकॉम कंपनियों के शेयर औंधेमुंह गिर गए। Vodafone Idea के शेयर 37% और भारतीय एयरटेल के 13% गिर चुके हैं।
1:05 बजे: शेयर मार्केट में तेज गिरावट जारी है। सेंसेक्स 1389 अंक टूटकर 9,189.23 के स्तर पर कारोबार कर रहा है तो निफ्टी 4.54% टूट चुका है। यह 407.40 अंकों की गिरावट के साथ 8,559.65 के स्तर पर है। अब यस बैंक के शेयरों में तेजी थम गई है। इस समय 8.27% की तेजी के साथ 63.50 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
12:40 बजे: सेंसेक्स भारी गिरावट के साथ 29,415.12 के स्तर पर हैं वहीं निफ्टी में भी 333.90 अंकों की गिरावट देखी जा रही है। अब यह 8,633.15 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
फिर शुरू हुई गिरावट
10:08 बजेः देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 147 होने और 5700 से अधिक लोगों की निगरानी की खबर के बाद बाजार एक बार फिर लाल निशान पर आ गया है। सेंसेक्स 341.44 अंकों की गिरावट के बाद 30,237.65 के स्तर पर है। वहीं Nifty 87.55 अंक गिरकर 8,879.50 के स्तर पर।
वहीं यस बैंक को संकट से निकालने के सरकार और रिजर्व बैंक के प्रयासों से निवेशकों का भरोसा और मजबूत हुआ है। यस बैंक के शेयर में रैली जारी है। बुधवार को इसके शेयर में 37 फीसद तक उछाल देखने को मिला। शुरुआती कारोबार में यस बैंक का शेयर 64 रुपये 50 पैसे के स्तर पर खुला और देखते ही देखते यह 87 रुपये 95 पैसे के स्तर को छू लिया। बता दें 6 मार्च को बैंक के शेयर 5.55 रुपये तक पहुंच गए थे। 17 मार्च को यस बैंक के शेयर तेजी के साथ 63.2 रुपये प्रति शेयर के भाव पर पहुंच गए थे। इस हिसाब से कंपनी के शेयरों में 1,038 फीसदी की तेजी आई है।
बीएसई में निवेशकों ने मुनाफा वसूली की, जिसे बाद सेंसेक्स लाल निशान में आ गया। सूचकांक ने अपनी पूरी शुरुआती बढ़त गवां दी और खबर लिखे जाने तक 48.36 अंक या 0.16 प्रतिशत की गिरावट के साथ 30,530.73 पर कारोबार कर रहा था। इसी तरह एनएसई निफ्टी में 160 अंकों से अधिक की बढ़त के बाद गिरावट देखने को मिली और यह 10.85 अंक या 0.12 प्रतिशत की तेजी के साथ 8,958.20 पर था।
कारोबारियों के मुताबिक घरेलू निवेशकों ने वैश्विक रुझानों का अनुसरण किया, जहां सरकारों द्वारा राहत पैकेज की उम्मीद से निवेशकों की चिंताएं कुछ कम हुईं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कोरोना वायरस महामारी के चलते आर्थिक क्षति को रोकने के लिए 850 अरब डॉलर के आपातकालीन राहत पैकेज को मंजूरी देने की खबर के बाद अमेरिकी शेयर बाजारों में तेजी देखने को मिली। यह 2008 की आर्थिक मंदी के बाद सबसे बड़ा आर्थिक राहत पैकेज है। एशिया में शंघाई, हांगकांग, सियोल और जापान में शेयर बाजार में सकारात्मक रुख देखने को मिला।
बता दे मंगलवार को दिन के ज्यादातर हिस्से में सेंसेक्स-निफ्टी हरे निशान पर कारोबार करते नजर आए, लेकिन आखिरी आधे घंटे में बाजार का मूड बिगड़ गया। सेंसेक्स 810.98 अंकों के नुकसान के बाद 30,579.09 के स्तर पर बंद हुआ तो वहीं निफ्टी 9000 के नीचे। इस दौरान यस बैंक के शेयर में भारी उछाल देखने को मिला। 21.55 ( 58.09% ) रुपये की उछाल के बाद 58.65 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में यह न्यूनतम 40.80 रुपये और अधिकतम 64.90 रुपये तक गया।
मूडीज ने यस बैंक की रेटिंग बेहतर की
रेटिंग एजेंसी मूडीज ने यस बैंक के परिदृश्य को सकारात्मक करते हुए उसकी साख को बेहतर किया है। आरबीआई की पुनर्गठन योजना के तहत पूंजी स्थिति में तेजी के साथ सुधार को देखते हुए रेटिंग एजेंसी ने यह कदम उठाया है। इससे पहले, दिन में यस बैंक ने घोषणा की कि एसबीआई की अगुवाई में सात बैंकों ने बैंक की आधार पूंजी मजबूत करने को लेकर करीब 10,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। बाद में रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि जरूरत पड़ने पर यस बैंक को केन्द्रीय बैंक और अतिरिक्त पूंजी उपलब्ध कराएगा।