मुंबई। नालासोपारा उपनगर के यशवंत गौरव क्षेत्र में जय विजय नगरी बिल्डिंग के मकान मालिकों के साथ धोखाधड़ी व ठगी करने वाले सुमितनाथ बिल्डर के जैन /लोढ़ा बंधुओं के खिलाफ राज्यसभा सांसद हुसैन दलवाई द्वारा भेजे गए पत्र के बाबद महाराष्ट्र सरकार के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जांच के आदेश जारी किए हैंl
महाराष्ट्र गृह मंत्रालय – विभाग कक्ष अधिकारी अजीत तावडे द्वारा मुबंई पुलिस आयुक्त को भेजे गए पत्र में जानकारी दी कि गत 7 जनवरी को पत्र क्रमांक 1420 प्रकरण संख्या 135 पोल 11 के अनुसार नालासोपारा वेस्ट मे सुमतिनाथ बिल्डर के मालिक नरेश लोढा जैन – सुंदरलाल लोढ़ा जैन-दिनेश जैन द्वारा करीब 280 लोगों के साथ फ्लैट बेचने के नाम पर की गई।
धोखाधड़ी जालसाजी के विषय में सांसद हुसैन दलवाई द्वारा लिखित पत्र के बाबद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने निष्पक्ष जांच कराकर रिपोर्ट सौंपने की बात कही है।
क्या है मामला: नालासोपारा वेस्ट में तकरीबन 700 लोगों को चूना लगाने वाले उदयपुर जिले के वाटी कदमाल गांव निवासी बिल्डर नरेश लोढा – सुंदरलाल लोढा – व दिनेश लोढ़ा के खिलाफ आरोप है कि एक ही परिवार के तीनों पिता पुत्र ने एक संगठित गिरोह बनाकर लोगों को फ्लैट बेचने के नाम पर चूना लगाया व उनके साथ धोखाधड़ी की।
इस विषय में जय विजय नगरी सोसायटी – शालीभद्रा यस सोसाइटी व जय विजय नगरी सोसाइटी टु के तकरीबन सात सौ नागरिकों द्वारा पिछले 4 वर्षों से स्थानीय पुलिस स्टेशन, महारेरा कोर्ट, कंजूमर कोर्ट, वसई किला कोर्ट, बांद्रा उपभोक्ता न्यायालय आदि जगहों पर अलग-अलग मुकदमे दर्ज करवा कर बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही थी।
लेकिन बिल्डर धनबल के आधार पर हर बार कानून को ठेंगा बता कर बच रहा था। इस बार पीड़ित पक्ष के लोगों ने राज्यसभा सांसद हुसैन दलवाई के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्र लिखा और न्याय देने की मांग की है जिसके चलते वर्तमान में कार्यवाही शुरू हुई हैं।
10 दिन पहले नालासोपारा पुलिस स्टेशन में एक और नई शिकायत
सैकड़ों लोगों को चूना लगाने का आरोप झेल रहे बिल्डर नरेश लोढ़ा पर गत्त 22 फरवरी को चार्ली भद्रा यस के तकरीबन 192 लोगों ने नालासोपारा पुलिस स्टेशन मे उपस्थिति होकर एक लिखित रिपोर्ट दी इस अवसर पर लोगों ने बिल्डर द्वारा उनके साथ की गई धोखाधड़ी का काला चिट्ठा पुलिस के समक्ष रखा है।
जिसमें बताया गया है कि बिल्डर ने किस प्रकार लोक लुभावना ब्रोशर दिखाकर उन्हें फ्लैट बेच दिए जबकि हकीकत में उनके साथ बड़े स्तर पर धोखा किया गया।