मुंबई। आचार्य श्री महाश्रमणजी की विदुषी समणी मल्लि प्रज्ञाजी एवं समणी भास्कर प्रज्ञाजी की प्रेरणा से तेरापंथ समाज घाटकोपर से मुंबई में विराजित सभी चरित्र आत्माओ से सामूहिक क्षमायाचना के लिए सर्वप्रथम महाप्रज्ञ स्कूल कालबादेवी में साध्वी श्री अणिमाश्रीजी एवं साध्वी श्री मंगल प्रज्ञाजी एवं साध्वी वृंद से क्षमायाचना की ओर समणी जी के सानिध्य में हुए सभी कार्यक्रमों एवं तपस्या आदि की जानकारी तेयुप अध्यक्ष लोकेश डांगी ने दी एवं सामूहिक क्षमायाचना कराई उसके बाद कांदीवली में विराजित श्री मुनि श्री कमलमुनि एवं मुनि वृंद साध्वी श्री सोमलताजी एवं साध्वी वृंद से सामूहिक क्षमायाचना की उसके बाद भायंदर में विराजित साध्वी श्री कैलाशवतीजी एवं साध्वी वृंद के दर्शन कर सामूहिक क्षमायाचना की साध्वी पंकजश्री जी ने सुंदर गीतिका का संगान किया उसके बाद थाना में विराजित आगममनीषी मुनि श्री महेंद्रकुमार जी एवं मुनिवृंद के दर्शन ओर सामूहिक खमतखामना
किए उसके बाद वाशी में विराजित साध्वी श्री जिनरेखाजी एवं साध्वी वृंद के दर्शन एवं सामूहिक खमत खामना किए सभी चारित्र आत्माओ ने कहा की घाटकोपर बड़ा ओर जुना क्षेत्र है समणी जी ने अच्छा काम किया है घाटकोपर से बस में महिला मण्डल संयोजिका मंजू कुमठ , कोषाध्यक्ष लीला राठौड़ ,तेयुप मंत्री राकेश बड़ाला, सुरेश राठौड़ , श्रवण चोरडिया नरेश बाफ़ना ,भगवती लाल सुराणा ,अभय छाजेड़ ,समणीजी के संसार पक्षीय भाई मालचंदजी रांका ,उपासक पुखराज बाफ़ना,शांतिलाल धाकड़ ,हज़ारीमल धाकड़ ,ख्यालीलाल बड़ाला ,अनिल चपलोत ,दवेंद्र मेहता ,अर्जुनलाल
कच्छारा , बाबूलाल ख़ाब्या,आदि गणमान्य थे सभी जगह समणी जी के सानिध्य में हुए कार्यक्रम ओर तपस्या की जानकारी दी गयी।