सिंगापुर:वर्ल्ड चैंपियन रह चुकी मर्सीडीज की टीम रेस के दौरान चंद सेकेंड में जो फैसले करती है, वो टाटा कम्यूनिकेशन द्वारा बेहद तेजी से मुहैया कराई गई सूचना का नतीजा होते हैं। ये कंपनी 2012 से फॉर्मूला वन की कनेक्टिविटी साझेदार है और एफवन से जुड़ा इकलौता भारतीय प्रतिनिधि है। पुणे स्थित ये टेलीकम्यूनिकेशन सेवा प्रदाता कंपनी मर्सीडीज के साथ 2013 से जुड़ी है।
फॉर्मूला वन के नए सीईओए चेज कैरी ने प्रभार संभालने के बाद कहा, ‘हमने फॉर्मूला वन के लिए नया विजन लागू किया है जिसमें टाटा कम्यूनिकेशन की भूमिका अहम होगी।’ पिछले महीने विवादास्पद हालात में फोर्स इंडिया से विजय माल्या के बाहर होने के बाद पूर्व में वीएसएनएल के नाम से पहचानी जाने वाली ये कंपनी इस खेल में भारत की एकमात्र बड़ी प्रतिनिधि है।
वर्ष 2012 से कोई भारतीय ड्राइवर एफवन टीम का हिस्सा नहीं बन पाया है जबकि तीन सत्र के बाद ग्रेटर नोएडा को भी ट्रैक की सूची से हटा दिया गया।
फॉर्मूला वनः सर्किट में टाटा कम्यूनिकेशन भारत का इकलौता प्रतिनिधि
Leave a comment
Leave a comment