वाशी (नवी मुम्बई)। आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी शिष्या शासन श्री साध्वी श्री जिनरेखाजी ठाणा 5 के सानिध्य में संवत्सरी महापर्व मनाया गया। साध्वी मार्दव यशाजी ने आगम व्याख्यान से सुरुआत की। उपासक सुशील मेडतवाल ने मंगल गीत का संगान किया। साध्वी श्री जिनरेखाजी ने प्रेरक उध्बोधन में कहा कि किसी पर्व की सार्थकता तभी होगी जब हम भी अपनी आराधना, प्रार्थना, साधना और त्याग तपस्या से अपने मन को पवित्र करने का लक्ष्य हो। संवत्सरी महापर्व आज हमारे समक्ष उपस्थित हुआ है। जो हमे प्रेरणा देता है कि अपने भीतर के मेल को बाहर निकाले। इस पर्व की महिमा विलक्षण है कि यह सीधा सत्य से साक्षात्कार करता है। संवत्सरी पर्व हमे क्षमाशील और विनयशील बनाने की सुंदर प्रेरणा देता है। मन की गांठ खोलने का भरपूर मौका देता है। भगवान महावीर के 27 भव का विस्तार से व्याख्यान किया।
साध्वी मधुरयशाजी ने भवदेव और भावदेव का व्याख्यान दिया।साध्वी श्री श्वेप्रभाजी ने चंदनबाला का जीवन परिचय प्रस्तुत किया। साध्वीश्री धवल प्रभाजी ने आगम का वाचन किया। 61 तपस्वी भाई बहनों के तप की अनुमोदना की। स्वरांजलि ग्रुप एवं नव वधु ग्रुप ने गीत की सुंदर प्रस्तुति दी। ज्ञानशाला के बच्चों ने भी अपनी प्रस्तुति दी। मुख्य अथिती नवी मुंबई के महापौर जयवंतजी सुतार कि विशेष उपस्थिति रही। उनहोने पर्रयुषन पर्व को महान पर्व बताया। और जैन समाज को सबसे सभय समाज बताते हुए जैन तेरापंथ समाज को पूरा सहयोग देने का भरोसा दिलाया। सभा अध्यक्ष संपत बागरेचा, तेयुप अध्यक्ष रंजीत खांटेड, एपीएमसी सेक्रटरी अमृतलाल खांटेड, अणुव्रत लादुलालजी श्चीश्चीमाल, शिक्षण मंत्री अर्जुन सिंघवी ने उनका स्वागत किया। वाशी तेयुप अध्यक्ष रंजीत खांटेड ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरी तेयुप टिम का आभार प्रकट करते हुए उनका उत्साह और हौसला बढाया। कार्यक्रम में तेरापंथ सभा अध्यक्ष श्री संपत लाल वागरेचा, मंत्री दिनेश हिरण, कोषाध्यक्ष रमेश सामर, तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष रंजीत खांटेड, मंत्री अर्जुन सोनी, कोषाध्यक्ष जीतू बाफना, महिला मंडल सहसंयोजिका रेखा कोठारी, सीमा मेहता, कोषाध्यक्ष नीमा धोखा, श्री बाबूलाल बाफना, कमलेश बोहरा, चेतन कोठारी, पवन परमार, प्रसन्न पामेचा, सुरेश बाफना, अरविंद चोरडिया, देवेंद्र लोडा, पंकज चंडालिया, सुनील बोहरा, लादू लाल श्रीश्रीमाल, चंपालाल भंसाली, पन्नालाल श्रीश्रीमाल, अर्जुन सिंघवी, अमृत लाल खांटेड, गौतम कोठारी, तनसुख चोरडिया, महावीर कोठारी, नीरज बम्ब, विमल सामर, सुरेश धोखा, राजू कावड़िया, प्रवीण चोरडिया, राकेश चंडालिया, जितेंद्र सिंघवी, ललित बोहरा, महावीर बाफना, पुखराज संचेती, भगवती लाल चपलोत, शांतिलाल सिंघवी, प्रकाश संचेती, देवेंद्र चंडालिया, किरण चंडालिया, शांतिलाल मेडतवाल, विनोद बाफना, अशोक भेरूलाल गुंदेचा, गौतम लोड़ा, विकास मादरेचा, हरीश गादिया, विमल कोठारी, सुभाष श्रीमाल, महावीर हिरण, विमल श्रीमाल, मुकेश सेमलानी, ललित चंडालिया, प्रदीप अच्छा, दिलीप सोलंकी, कैलाश गुंदेचा, धवल सिंघवी, मुकेश बाफना, कमलेश सिंयाल, विपुल लोढा, विनोद लोढ़ा, गणपत गुंदेचा, मुकेश डूंगरवाल घणसोली, मुकेश बाफना, राजेश चौधरी, मनीष, नेरुल से दिलीप सिंघवी आदि गणमान्य की उपस्थिति रही। संवत्सरी महापर्व पर प्रातः कालीन प्रवचन में लगभग 1100 प्रतिक्रमण में लगभग 700 उपस्थिति रही एवं पोषक 261 वासी तुर्भे नेरुल शिववूड बेलापुर कोपर खैरना घणसोली एरोली श्राविकाओं ने गुजरात भवन में किया। विशेष नवी मुंबई के सभी पदाधिकारी एवं सभी संस्था के गणमान्य अध्यक्ष मंत्री युवक परिषद महिला मंडल व्यवस्था में भी विशेष सहयोग एवं उपस्थिति रही। कुशल संचालन तेयूप मंत्री अर्जुन सोनी ने किया। यह जानकारी तेयूप सयोजक पंकज चंडालिया ने दी।
मैत्री भाव यही आत्मा की पवित्रताः साध्वी श्री जिनरेखा जी

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