बीजिंग:चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 2715 हो गई है और इसके पुष्ट मामलों की संख्या 78,000 से अधिक पहुंच गई है। राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने बुधवार (26 फरवरी) को कहा कि विषाणु प्रभावित वुहान शहर की स्थिति ”विकट” बनी हुई है, भले ही विषाणु से प्रभावित मामलों की संख्या में कमी आई है। कोरोना वायरस का खतरा पूरी दुनिया में पसरता जा रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि चीन के बाहर कोरोना वायरस के नये मामले बढ़ते जा रहे हैं। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस ने जिनेवा में कहा, ”25 फरवरी को पहली बार चीन में जितने मामले सामने आए उससे ज्यादा मामले चीन के बाहर सामने आए।” संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी ने बताया कि मंगलवार (25 फरवरी) को चीन में 411 नए मामले सामने आए, जबकि देश से बाहर 427 नए मामले आए।
ब्राजील के अधिकारियों ने लैटिन अमेरिका में कोरोना वायरस के पहले मामले की पुष्टि की है। इटली में बुधवार (26 फरवरी) को कोरोना वायरस से एक और मौत होने के साथ मृतकों की कुल संख्या 12 और इससे प्रभावित लोगों की संख्या 374 हो गई। देश के नागरिक सुरक्षा विभाग की तरफ से जारी नए आंकड़े के मुताबिक मंगलवार (26 फरवरी) शाम तक विषाणु से मरने वालों की संख्या 10 और प्रभावित लोगों की संख्या 322 थी।
इटली में अभी तक इससे मरने वाले या तो बुजुर्ग हैं या उनकी चिकित्सकीय स्थिति सही नहीं थी। फ्रांस में 60 वर्षीय एक शिक्षक कोरोना वायरस का शिकार हो गया। फ्रांस में इस घातक बीमारी से किसी फ्रांसीसी नागरिक की मौत का यह पहला मामला है। पेरिस के अस्पताल में व्यक्ति की मौत हो गई जिससे देश में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या दो हो गई है। इससे पहले 80 वर्षीय चीनी पर्यटक की मध्य फरवरी में एक अस्पताल में मौत हो गई थी।
ईरान में बुधवार (26 फरवरी) को कोरोना वायरस से चार और लोगों की मौत हो गई और पिछले 24 घंटे में 44 और नए मामले सामने आए जिससे देश में इस विषाणु से मरने वालों की कुल संख्या 19 हो गई और प्रभावित लोगों की कुल संख्या 139 हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता किनौश जहानपौर ने सरकारी टेलीविजन पर इन आंकड़ों की घोषणा की और ईरान के लोगों को यात्रा करने से बचने की सलाह दी। ईरान में पिछले बुधवार को दो लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो गई और तब से वह घातक विषाणु के प्रसार पर रोक लगाने के लिए जूझ रहा है।
पूरी दुनिया में करीब 81 हजार लोग कोरोना वायरस से पीड़ित हैं। यूरोप में जर्मनी, फ्रांस और स्पेन में इस विषाणु का प्रकोप बढ़ रह है। पश्चिम एशिया में बहरीन, कुवैत और इराक में मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। एशिया में खतरा बरकरार है और दक्षिण कोरिया देगू शहर में फैले इस विषाणु को रोकने के लिए संघर्षरत है। दक्षिण कोरिया में 284 नए मामले सामने आए जिसमें अधिकतर देगू शहर में हैं। इसके साथ ही देश में कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों की कुल संख्या 1261 हो गई।
जापान में बुधवार (26 फरवरी) को कोरोना वायरस से दो और लोगों की मौत हो गई। एक क्रूज जहाज से दर्जनों यात्रियों को जाने की अनुमति दे दी गई और उनमें बुखार जैसे लक्षण आ गए और उनकी फिर से जांच कराई जाएगी। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने आगामी दो हफ्ते में आयोजित होने वाले बड़े खेलकूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों को रद्द किए जाने की अपील की। बहरहाल, सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि ओलंपिक की तैयारियां जारी रहेंगी और खेल योजना के मुताबिक चलेगा।
इस बीच, यूरोपीय संघ ने कहा है कि यूरोप में कोरोना वायरस का फैलना चिंताजनक है लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है। ईयू के स्वास्थ्य आयुक्त स्टेला काइरियाकिड्स ने रोम में स्वास्थ्य मंत्री रॉबर्टो स्परांजा से मुलाकात करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ”यह चिंताजनक स्थिति है लेकिन हमें घबराने की जरूरत नहीं है।” सिंगापुर में कोरोना वायरस से जुड़े अपराध के पहले मामले में गलत सूचना देने के लिए चीन के एक दंपति को संक्रामक बीमारी कानून के तहत शुक्रवार (21 फरवरी) को आरोपित किया जाएगा। साथ ही विषाणु के प्रसार को रोकने के लिए एक व्यक्ति के स्थायी निवासी दर्जा को छीन लिया जाएगा।
द स्ट्रेट टाइम्स ने खबर दी कि सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों को गलत सूचना देने के लिए 38 वर्षीय हू जून और उनकी पत्नी शी शा (36) को आरोपित किया जाएगा। वह 22 जनवरी को सिंगापुर पहुंचे और 31 जनवरी को उनमें संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके बाद से उनकी स्थिति में सुधार आया और 19 फरवरी को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली। उनकी पत्नी शी को भी एक फरवरी को अलग वार्ड में रखा गया।