मुंबई। शनिवार को मुम्बई के नेहरू सेंटर में अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन एवं द राजेन्द्र कृष्ण फैमिली द्वारा शानदार रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कलाकारों ने अपनी आवाज़ का ऐसा जादू बिखेरा कि समाज के लोगों से खचाखच भरा पूरा ऑडिटोरियम मंत्रमुग्ध हो गया। मशहूर गीतकार आनंद कृष्ण के 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें राष्ट्रीय स्तर के अग्रवाल समाज के पदाधिकारियों की उपस्थिति रही। इस मौके पर कलाकारों ने राजेन्द्र कृष्ण के तमाम गीतों को प्रस्तुत किया।
बताते चलें कि राजेंद्र कृष्ण बॉलीवुड के महान गीतकार हैं जिन्होंने 1600 से अधिक गाने, 60 फिल्मों में डायलॉग तथा 260 से अधिक फिल्में की हैं। इस साल उनका 101वां जन्मदिन मनाया जा रहा है। इसी उपलक्ष्य में अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन ने इस रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया जिसे यादगार बनाने में डॉ. राहुल जोशी, आनंद बहल, धनश्री देशपांडे, आशीष मिश्रा एवं लेखा त्रिवेदी जैसे कलाकारों ने अपनी सुर लहरियों से सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान कलाकारों ने चली रे चली, मेरे सामने वाली खिड़की, बिखरके जुल्फें चमन में ना जाना, गोविंदा आला रे, एक चतुर नार, प्यार तो एक दिन होना था, इना-मीना-डीका, जरूरत है जरूरत है, ये ज़िन्दगी उसी की है…. जैसे गाने गाकर इस शाम को यादगार बना दिया।
वरली स्थित नेहरू सेंटर ऑडीटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अजंता फार्मा के सीएमडी मधुसूदन अग्रवाल थे जबकि सम्मानित अतिथियों के रूप में नील हॉलीडेज के सीएमडी मनीष अग्रवाल व इंडस्ट्रीयलिस्ट ईश्वरदास रस्सीवासिया उपस्थित रहे। इनके अलावा फिल्म एवं संगीत की दुनिया के कई हस्तियों की उपस्थिति कार्यक्रम में चार चांद लगाए। साथ ही अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के नेशनल डिप्टी जनरल सेक्रेटरी डॉ. राजेंद्र अग्रवाल, नेशनल सेक्रेटरी सुमन अग्रवाल तथा महाराष्ट्र के प्रेसीडेंट अनूप गुप्ता बतौर विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए अग्रवाल सम्मेलन के मुंबई कमेटी के अध्यक्ष शिवकांत खेतान ने बताया कि आज हम राजेंद्र किसन जी के 100 वें जन्मदिवस पर हम सभी इकट्ठा हुए हैं, इस बहाने मुंबई व आसपास से अग्रवाल समाज इकट्ठा हुए हैं। इस बहाने हमारे परिवारों का मेल मिलाप भी हुआ। जहां तक राजेंद्र किशन जी की बात है तो वे अग्रवाल समाज से तो नहीं थे लेकिन अग्रवाल समाज के साथ उनका काफी लगाव था। हमारे पूर्वजों से उनके संबंध आज भी उनके बच्चों व हमारे साथ वैसे के वैसे हैं। उनके बेटे हमारे दोस्त हैं।
सुरभि सलोनी के साथ खास बातचीत में सुमन अग्रवाल बताया कि राजेंद्र किशन देश के बहुत बड़े संगीतकार, गायक एवं लेखक हैं, उनके परिवार के लोग अग्रवाल सम्मेलन के पदाधिकारियों से मिले और कहा कि उनके जन्म के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं और अगर अग्रवाल सम्मेलन सहयोग करे तो हम मिलकर सेलिब्रेट कर सकते हैं। जिसे हमने खुशी से स्वीकार किया और यह कार्यक्रम हो रहा है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति थी, जिससे पूरा हॉल समाज के लोगों से खचाखच भर गया था। कार्यक्रम को सफल बनाने में मुंबई यूनिट की मैनेजिंग कमेटी के अध्यक्ष शिवकांत खेतान, उपाध्यक्ष सुरेंद्र रुइया, ब्रिज बिहारी मित्तल, महासचिव/कोषाध्यक्ष रतनचंद मुरारका, ज्वाइंट अरुण तोडी, अजय अग्रवाल, परिचय सम्मेलन की अध्यक्षा उर्मिला अग्रवाल, महिला विंग की अध्यक्षा रचना सिंघल सहित डॉ. अरुण गुप्ता, मंजू गुप्ता, के.के. झुनझुनवाला, विजय बंकडा, विवेक जिंदल, रनबीर किशन, आर.के. मित्तल, पवन सुरेका, नार्थ मुंबई कमेटी के अध्यक्ष वी.के. अग्रवाल, सेक्रेटरी शैलेंद्र गोयल, जुहू कमेटी के अध्यक्ष राजू अग्रवाल, सेक्रेटरी परितोष रुंगटा, ठाणे कमेटी के चेयरमैन महेश बंशीधर अग्रवाल, अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल, सेक्रेटरी अनिल अग्रवाल, नवी मुंबई कमेटी के अध्यक्ष डॉ. संजय गोयल, सेक्रेटरी नवीन गोयल एवं मीरा भायंदर कमेटी के अध्यक्ष नंदू पोद्दार व सेक्रेटरी डॉ. राजीव अग्रवाल की विशेष भूमिका रही।