नई दिल्ली:फाइनेंशियल एक्शन टॉस्क फोर्स (एफएटीएफ) की कार्रवाई से बचने के लिए पाकिस्तान में एक बार फिर हाफिज सईद के खिलाफ दिखावटी कार्रवाई का सिलसिला शुरू हो गया है। कूटनीतिक जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान एफएटीएफ की काली सूची में पड़ने से बचने के लिए पहले भी इस तरह की अदालती कार्रवाई को उदाहरण के तौर पर पेश करने का प्रयास करता रहा है। उसे बार-बार मोहलत मिलती रही है, पर पाक ने आतंक के स्रोतों पर निर्णायक कार्रवाई नहीं की।
सूत्रों के मुताबिक भारत पाकिस्तान की दिखावटी कार्रवाई को बहुत तवज्जो नहीं देता। सच यही है कि आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान का रवैया बहुत ही लचर रहा है। अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को उसने पूरा नहीं किया। एफएटीएफ की आंख में भी धूल झोंककर बचने का प्रयास करता रहा है। सूत्रों ने कहा कि भारत पाकिस्तान की दिखावटी कार्रवाई पर नजर रखते हुए उसे बेनकाब करने का सिलसिला जारी रखेगा। भारत ने पहले भी अंतरराष्ट्रीय समूह को बताया है कि पाकिस्तान अपने यहां आतंकी अड्डों को पाल-पोस रहा है।
भारत के इस रुख में कोई बदलाव नहीं आया है, क्योंकि हमारे पास इस तरह की पुख्ता सूचनाएं हैं कि पाकिस्तान भारत से सटी सीमाओं पर आतंकी कैपों को संचालित कर रहा है। पाकिस्तान ने अभी तक मुंबई हमले के दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। उसने पठानकोट हमले में भी सबूत देने के बाद कोई कार्रवाई नहीं की। सूत्रों ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के मद्देनजर पाकिस्तान अपने यहां ऐसी और दिखावटी कार्रवाई कर सकता है, जिससे वह दुनिया की आंख में धूल झोंक सके।