मुंबई : सायन कोलीवाड़ा में शासन श्री साध्वी श्री कैलाश्वती के सानिध्य में आचार्य महाप्रज्ञ कि जन्मशताब्दी पर एक कार्यशाला रखी गई है जिसका विषय रहा हैं। महायोगी मंत्र प्रदाता आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी के द्वारा प्रदत्त मंत्रों के द्वारा जीवन व परिवार को संवारे इस कार्यक्रम में जनमेदिनी को संबोधित करते हुए साध्वी कैलाश्वती जी ने कहा नमस्कार मंत्र सभी मंत्रो का सरदार है बिना आकांक्षा से किया गया जप अनन्त फलवाला होता हैं। नमस्कार मंत्र का जप करने वाले तिर्यंच से भी देवगति प्राप्त कर लेते हैं।
साध्वी पंकज श्री जी ने कहा दिशा हमारी दशा को बदल सकता हैं। इसलिए जप मंत्र करते समय पूर्व उत्तर व ईशान कोण श्रेष्ठ माना जाता हैं। भजन भोजन पूर्व दिशा में तुरंत लाभ पश्चिम दिशा में प्राप्त करें। त्रिसंध्या एवं मंगल व कल्याण चाहने वालों के लिए बीज मंत्रो के साथ गुरुप्रदत्त मंत्र करना चाहिए। निर्जरा लाभ से किया गया जप पौदगालिक सुखों का खजाना है।
साध्वी श्री पंकज श्री जी ने मंत्रो कि संपूर्ण विधि से विस्तृत जानकारी दी। साध्वी श्री शारदा प्रभा जी ने कहा कोई भी जाप श्रद्धा व समर्पण की आहुति चाहता हैं। श्रद्धा महाशक्ति है जो सिद्धियों के स्वास्तिक रच सकती हैं। साध्वी ललिता श्री जी एवं साध्वी सम्यक्त्व यशा जी ने आचार्य महाप्रज्ञ जी द्वारा प्रदत्त गीतिका चैत्य पुरुष जग जाएं का संघान किया।
इस कार्यक्रम का मंगलाचरण सायन कोलीवाड़ा महिला मंडल की बहनो ने किया। स्वागत कि भूमिका निभाई तेयुप अध्यक्ष अविलेश डांगी ने। मंत्री सुनील कोठारी ,शैलेश दुग्गर,अरवींद सोनी एवम् तेयुप की पुरी टीम का पुरा सहयोग रहा। सैकड़ों भाई बहिनो ने इन कार्यशाला में भाग लेकर चित्त समाधि को प्राप्त किया। मुम्बई महिला मंडल कि अध्यक्षा भाग्यश्री कच्छारा ने अपने वक्तव्य में संघ संघपति की सेवा करने के लिए बहिनो को मोटिवेट किया। सह संयोजिका सरिता ढालावत ने आभार व्यक्त किया।
मंत्रों के द्वारा जीवन व परिवार को संवारे
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