जप दिवस का कार्यक्रम वाशी में संपन्न

वाशी। शासन श्री जिनरेखाजी के सानिध्य में पर्युषण महापर्व का 6टा दिवस जप दिवस के रूप में मनाया गया। सिवूड कि बहनों एवं नेरुल से अनितजी सिंयाल ने स्वरचित गीतिका का संगान किया। शासन श्री जिनरेखाजी ने प्रेरक उध्बोधन में कहा,भाषा प्रगतिगत वरदान है, संपर्क सूत्र है भावों की अभियक्ति का माध्यम है। बहत्तर कलाओं में भाषा का महत्व पूर्ण स्थान है। भाषा से चिंतन चरित्र और व्यक्तित्व की पहचान होती है। भाषण चांदी है मौन स्वर्ण है। जीवन मे मधुरता का उतना ही महत्व है,जितनी किसी सब्ज़ी में नमक का,मिठाई में चीनी का। इसी प्रकार जीवन मे मधुरता के बिना रसहीन है। साध्वी मार्दवयशाजी ने कहा आज की भयंकर समस्या है विचार प्रदूषण।सारे वायु मंडल में दूषित विचार बिखरे हुए है। आदमी बुरे विचार करना नही चाहता पर बुरे विचार कर बैठता है।किन्ही को भय घ्रणा ईर्ष्या आदि बुरे विचार सताते है। मंत्र एक चिकित्सा है पर प्रतिरोधात्मक शक्ति है। रेखा कच्छारा की 13 की तपस्या की अनुमोदना की। प्रतिक्रमण बुक का शांतिलालजी सुशीलकुमारजी मेडतवाल परिवार द्वारा बुक का विमोचन किया। श्वेतप्रभाजी ने तपस्या के लिए प्रेरणा पाथ्यय दिया। साध्वी श्री जिनरेखाजी ने वर्धमान स्थनकवासीजैन संग की साध्वी श्री चंद्रयशाजी के 54वे तपस्या के उपलक्ष में अनुमोदना हेतु मेवाड़ भवन पधारे। कार्यक्रम में मुख्य उपस्तिथि तेरापंथ सभा अध्यक्ष सम्पतजी वागरेचा,मंत्री दिनेशजी हिरण,कोषाध्यक्ष रमेशजी सामर,तेयुप अध्यक्ष रंजीतजी खाटेड, मंत्री अर्जुनजी सोनी,कोषाध्यक्ष जीतुजी बाफना,अमृतजी खाटेड,राजेशजी बम्ब,विनोदजी बम्ब,अशोकजी आच्छा, महेंद्र जी भन्साली, निर्मलजी सिसोदिया,किशोरजी गादिया,मंगलजी संचेत्ति, हस्तीमलजी चंडालिया, सम्पतजी आच्छा, शुभकारंजी हिरण,अशोकजी खाटेड,तनसुख चोरडिया,महावीर कोठारी, महावीर आच्छा, फतेहलाल सिंयाल,भवरलाल बोहरा,लक्ष्मीलाल गोखरू,पवन परमार,बाबुलालजी रांका, अशोक श्रीमाल,प्रवीण कच्छारा,गौतम लोढा,ललित बोहरा,विनोद सामर,कांतिलाल चंडालिया,प्रकाश चोरडिया, पुष्पेंद्र बोहरा,रेखा कोठारी,सीमा मेहता आदि गन्मानयो की उपस्तिथि रही।
कार्यक्रम को सफल बनाने में ललित चंडालिया,विपुल लोढा,बिनोद लोढा,दिलीप सोलंकी,नीलेश चपलोत,मनीष दुग्गड़,ललित कच्छारा,मुकेश सेमलानी,तिलकेश गोखरू,निर्मल बाफना,मुकेश चोरडिया,प्रदीप आच्छा,मुकेश चपलोत,श्रेयांस कोठारी,दिनेश धोका,महेद्र मादरेचा,दिनेश बाबेल का सहयोग रहा। कार्यक्रम का कुशल संचालन प्रवीण चोरडिया ने किया। यह जानकारी तेयुप के सायोजक पंकज चंडालिया ने दी।

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