नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले खत्म हुए वित्त वर्ष 2018-19 में 7 में से 6 राष्ट्रीय पार्टियों की कुल कमाई में भाजपा का हिस्सा 65% रहा। भाजपा की कुल कमाई 2410 करोड़ रुपए रही। 2017-18 के मुकाबले इसमें ढाई गुना इजाफा हुआ। कांग्रेस की कमाई में भी पिछले साल के मुकाबले इस साल 5 गुना इजाफा हुआ, लेकिन इसके बावजूद यह भाजपा से आधी कमाई भी नहीं कर पाई। सबसे कम हिस्सा सीपीआई का रहा। पार्टी की कमाई महज 7.15 करोड़ (0.19%) रही।
76 दिन बाद भी राकांपा ने नहीं सौंपी ऑडिट रिपोर्ट
राष्ट्रीय पार्टियों को हर साल चुनाव आयोग को अपनी ऑडिट रिपोर्ट देनी होती है। 2018-19 के लिए रिपोर्ट पेश करने की आखिरी तारीख 31 अक्टूबर 2019 तक थी। सिर्फ 3 राष्ट्रीय दलों (तृणमूल कांग्रेस, माकपा और बसपा) ने ही अपनी ऑडिट रिपोर्ट तय समय सीमा के भीतर जमा की। अन्य तीन दलों में भाजपा ने 24 दिन बाद और कांग्रेस और भाकपा ने 42 दिनों बाद ऑडिट रिपोर्ट सौंपी। राकांपा ने 76 दिनों बाद भी अब तक अपनी ऑडिट रिपोर्ट नहीं दी है।
तृणमूल कांग्रेस की कमाई में सबसे ज्यादा इजाफा, माकपा की कमाई घटी
राष्ट्रीय पार्टी |
2018-19 में कमाई (कुल कमाई में हिस्सा) |
2017-18 में कमाई |
कमाई कितनी बढ़ी? |
भाजपा |
2410 (65.16%) |
1027 |
134% |
कांग्रेस |
918 (24.82%) |
199 |
361% |
तृणमूल कांग्रेस |
192 (5.21%) |
5 |
3628% |
माकपा |
100 (2.73%) |
104 |
-3.8% |
बसपा |
69 (1.89%) |
51 |
35% |
भाकपा |
7 (0.19%) |
1.5 |
361% |
राकांपा |
– |
8 |
– |
(नोट- आंकड़े करोड़ रुपए में)
राष्ट्रीय पार्टियों की सबसे ज्यादा कमाई चंदे से हुई
राष्ट्रीय पार्टियों की कुल कमाई 3698.66 करोड़ थी। इसमें से 3088 करोड़ (83.5%) कमाई लोगों और संस्थानों से मिले चंदे से हुई। इनमें से 1931 करोड़ की कमाई इलेक्टोरल बॉन्ड से मिले चंदे से हुई। भाजपा की 97% आय (2354 करोड़) चंदे से हुई। इसमें से 1450 करोड़ इलेक्टोरल बॉन्ड से मिले। वहीं, कांग्रेस की 60% (551 करोड़) कमाई चंदे से हुई, इसमें से 383 करोड़ रुपए उसे इलेक्टोरल बॉन्ड से मिले।
राष्ट्रीय पार्टी |
आय का प्रमुख स्त्रोत |
आय का कितना हिस्सा? |
भाजपा |
लोगों से मिला चंदा और योगदान |
2354 (97.67%) |
कांग्रेस |
लोगों से मिला चंदा और योगदान |
551 (60%) |
तृणमुल कांग्रेस |
लोगों से मिला चंदा और योगदान |
141 (73%) |
माकपा |
फीस और सबस्क्रिप्शन |
40 (39%) |
बसपा |
बैंक से मिला ब्याज |
39 (56%) |
भाकपा |
लोगों से मिला चंदा और योगदान |
4 (57%) |
(नोट- आंकड़े करोड़ रुपए में)
खर्च : 6 राष्ट्रीय पार्टियों के कुल खर्च का 62% हिस्सा भाजपा का
6 राष्ट्रीय दलों का कुल खर्च 1617 करोड़ रहा। इसमें भाजपा का हिस्सा 62% यानी 1005 करोड़ रुपए रहा। यह उसकी कमाई (2410 करोड़) का 41.17% था। पार्टी ने चुनाव और सामान्य प्रचार में 792 करोड़ और प्रशासनिक लागत में 178 करोड़ खर्च किए। वहीं, कांग्रेस का कुल खर्च 470 करोड़ रहा। इसमें चुनावी खर्च 309 करोड़ और अन्य खर्च 126 करोड़ रहा।
राष्ट्रीय पार्टी |
खर्च की गई राशि (कुल कमाई का प्रतिशत) |
भाजपा |
1005 (41.71%) |
कांग्रेस |
470 (51.19%) |
तृणमुल कांग्रेस |
11.50 (6%) |
माकपा |
76 (75.43%) |
बसपा |
49 (70%) |
भाकपा |
5.8 (81%) |
(नोट- आंकड़े करोड़ रुपए में)