मुम्बई: शनिवार को आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी शिष्या शासन श्री साध्वी श्री कैलाश्वती जी आदि ठाणा 5 के सानिध्य में संस्कार निर्माण कार्यशाला का भव्य आयोजन नवरत्न गन्ना के निवास स्थान के प्रांगण में हुआ। इस आयोजन में भारी संख्या में श्रावकों की उपस्थिति रही।
शासन श्री ने दंपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि संसार के दो अदभुत कृतियां है नर और नारी। इसी से संसार की सुंदरता बनती हैं। जब नर और नारी विवाह के बंधन में बंधते हैं तब परिवार की संरचना होती हैं। आज रिश्तो की अहमियत को समझना जरूरी हैं। दाम्पत्य जीवन में पति-पत्नी का रिश्ता अत्यंत ही नाजुक पवित्र माना जाता हैं। अपेक्षा है सहिष्णुता की जो अपने परिवार को और अपने जीवन को सफल व सुखी बनाना चाहता है वह दूध मिश्री की तरह एक दूसरे के साथ घुल मिल जाये।
साध्वी श्री पंकज श्री जी ने कहा कि सुखमय दाम्पत्य जीवन के लिए आवश्यक है एक दूसरे पर विश्वास करना।दाम्पत्य जीवन की अटूट कड़ी है विश्वास। अगर एक बार शक का कीड़ा लग जाये तो टूटी कड़ी जोड़ने में वर्षो बीत जाते हैं। साध्वी श्री ललिता श्री जी ने कहा कि एक दूसरे के गुणों को देखना चाहिए। साध्वी श्री सारदा प्रभा जी एवं सम्यक्त्व यशा जी नेभी अपने ओजस्वि वाणी से श्रावको का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम में स्वागत अभिनंदन नवरत्न गन्ना और कमला गन्ना ने किया। मंगलाचरण गीतिका का संगान सिमा सोनी और जया धाकड़ ने किया। कन्हैया मेहता, महिला मंडल मुंबई मंत्री स्वीटी लोढ़ा ने अपने विचार रखें। मंच का संचालन सुनील कोठारी ने किया। इस प्रोग्राम के प्रायोजक-कमला देवी नवरत्नजी गन्ना परिवार रहा।
शासन श्री साध्वी कैलाश्वती जी के सानिध्य में भव्य दाम्पत्य कार्यशाला का आयोजन
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