दिनेश कुमार/मुंबई। पिछले दिनों जेएनयू में हुए हिंसा के विरोध में शनिवार को मुंबई के आजाद मैदान में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व स्टूडेंट्स ने एकजुट दिखाते हुए एक स्वर में जेएनयू हिंसा का विरोध किया तथा इसके जांच पर सवालिया निशान लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की। उनका कहना था कि जेएनयू को जिस तरह की तोड़ने की कोशिश की गई, यहां हिंसा हुई, ऐसा पहले कभी किसी सरकार में नहीं हुई।
जानकारी के अनुसार, पिछले दिनों दिल्ली के जवाहरलाल यूनिवर्सिटी में कुछ लोगों ने घुसकर यहां के स्टूडेंट्स से मारपीट की थी जिसमें अध्यक्ष आइशी घोष सहित कई स्टूडेंट्स घायल हो गए थे। इसके बाद उपजा विवाद थम नहीं रहा है। देश के तमाम यूनिवर्सिटीज के स्टूडेंट लगातार इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी क्रम में आज शनिवार को मुंबई के आजाद मैदान में सैकड़ों पूर्व छात्रों सहित कई अन्य स्टूडेंट्स यूनियन के छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की।
लोगों का कहना था कि जबसे भाजपा की सरकार देश में बनी है, तभी से जेएनयू को तोड़ने की साजिश की जा रही है। इसी क्रम में यह हमला भी एक सोची-समझी साजिश के तहत करवाया गया है। उनका कहना था कि पहली बार 2016 में शटडाउन जेएनयू का कम्पैन चलाया गया था, तभी से लगातार जेएनयू पर हमले किए जा रहे हैं। यह जेएनयू के कल्चर को तथा जेएनयू को तोड़ने की कोशिश की जा रही है।
जेएनयू हिंसाः मुंबई के आजाद मैदान में जुटे पूर्व स्टूडेंट्स, किया प्रदर्शन
Leave a comment
Leave a comment