वाशिंगटन:भारत में जन्मी छात्रा राजलक्ष्मी नंदकुमार को अमेरिका में प्रतिष्ठित ‘यंग स्कॉलर’ (युवा शोधकर्ता) का अवार्ड मिलेगा। उन्हें ये अवार्ड स्मार्टफोन के इस्तेमाल से होने वाले जानलेवा स्वास्थ्य खतरों का पता लगाने वाले सिस्टम को बनाने के लिए मिलेगा।
वाशिंगटन विश्वविद्यालय में पढ़ रही राजलक्ष्मी ने ऐसी टेक्नोलोजी बनाई है जो एक साधारण स्मार्टफोन को एक्टिव सोनार सिस्टम में बदलकर उससे होने वाले स्वास्थ्य खतरों का पता लगा सकता है। उन्हें 2018 के मार्कोनी सोसाइटी पॉल बरन यंग स्कॉलर अवार्ड के लिए चयनित किया गया था।
राजलक्ष्मी ने बताया कि उन्होंने चमगादड़ों से प्रेरणा लेकर इस तकनीक को विकसित किया है, जो कि अंधेरे में संकेत भेजकर रास्ते का पता लगाते हैं। उन्होंने चेन्नई से कंप्युटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में स्नातक डिग्री हासिल की है। यंग स्कॉलर अंतरराष्ट्रीय पैनल द्वारा मुख्य विश्वविद्यालय और कंपनियों से चयनित किए जाते हैं, जिन्हें 5,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि मिलती है।
अमेरिकाः भारत में जन्मी छात्रा को मिलेगा ‘यंग स्कॉलर’ अवार्ड

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