जो लोग हर छोटे-बड़े काम के लिए दूसरों की मदद पर निर्भर रहते हैं, उनका आत्मविश्वास कमजोर हो जाता है। ऐसे लोग कभी भी खुद कोई निर्णय नहीं ले पाते हैं और परेशानियों का सामना करते हैं। इस आदत से बचना चाहिए। महाभारत में दुर्योधन मामा शकुनि पर निर्भर था। शकुनि की गलत सलाह की वजह से पूरे कौरव वंश नाश हो गया।
- दूसरों की सलाह पर बहुत अधिक निर्भर न रहें
महाभारत में दुर्योधन हर काम के लिए अपने मामा शकुनि से सलाह लेता था। इस कारण दुर्योधन की बुद्धि ने काम करना बंद कर दिया और वह पूरी तरह मामा शकुनि के इशारों पर ही चलने लगा। शकुनि ने दुर्योधन से वो सब करवाया जो वह खुद चाहता था। शकुनि भीष्म पितामह के वंश को खत्म करना चाहता था और इसी वजह से वह हस्तिनापुर आया था। भीष्म पितामह ने शकुनि की बहन गांधारी का विवाह अंधे धृतराष्ट्र से करवाया था। शकुनि इसका बदला लेना चाहता था और इसीलिए वह हस्तिनापुर आया था।
दूसरों की सलाह से मदद मिलती है, लेकिन हर काम के लिए दूसरों से राय लेने की आदत हमारा आत्मविश्वास कमजोर कर देती है। हम छोटे-छोटे कामों के लिए भी दूसरों पर निर्भर रहने लगते हैं, ये बात परेशानियों की वजह बनती है। जब भी कोई काम अकेले करते हैं, मन में संदेह रहता है। संदेह के कारण काम सहीं ढंग से पूरा नहीं हो पाता और असफलता मिलती है।
- अच्छे काम से मिलता है सुख
गलत काम करने वाले लोग कुछ समय का सुख प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन वे हमेशा सुखी नहीं रह पाते हैं। दुर्योधन ने छल और गलत तरीके से पांडवों से उनकी धन-संपत्ति छीन ली थी, लेकिन ये संपत्ति उसके पास टिक ना सकी। इसीलिए अपने सुख के लिए दूसरों के छल नहीं करना चाहिए।
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