जयपुर। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में कांग्रेस के ‘भारत बंद’ का सोमवार को राजस्थान में मिलाजुला असर दिखाई दिया। प्रदेश में दुकानें बंद रहीं और कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने जगह जगह रैलियां निकालकर विरोध प्रदर्शन किया।
पुलिस के अनुसार बंद कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा और राज्य में कहीं से किसी बड़ी अप्रिय घटना का समाचार नहीं है। अनेक स्कूल व अन्य प्रतिष्ठान बंद रहे। कांग्रेस ने जहां बंद को सफल बताया वहीं भाजपा के अनुसार इसका कोई असर नहीं देखा गया। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बंद को कांग्रेस का एक ‘ड्रामा’ करार दिया।
कांग्रेस ने राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में रैलियां निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। जयपुर में निकाली गई रैली का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव अविनाश पांडे तथा अन्य नेताओं ने किया।
पायलट ने संवाददाताओं से कहा कि बंद का जनता ने समर्थन किया है और हमें प्रदेश के सभी शहरों, कस्बों से बंद का अच्छा समर्थन मिला है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट को चार प्रतिशत घटाया है जो पर्याप्त नहीं है, सरकार को कांग्रेस के दबाव में जनता को और सहायता पहुंचानी पडे़गी।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव अविनाश पांडे ने कहा कि बंद के आह्वान का जो हमें समर्थन मिला है वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिये एक संदेश है। उन्होंने कहा कि ईंधन की कीमतों में बढोतरी से हर व्यक्ति के घर का बजट बिगड़ गया है।
मुख्यमंत्री राजे ने अपनी राजस्थान गौरव यात्रा के दौरान भादरा कस्बे में एक जनसभा में कहा कि लोगों ने बंद के इस आह्वान को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि देश में एक ‘ड्रामा’ (भारत बंद) चल रहा है लेकिन यह राज्य में विफल रहा है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन सैनी के अनुसार बंद का राज्य में कोई असर नहीं देखा गया।
राजस्थान में भारत बंद का मिला जुला असर
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