वाशी। शासन श्री साध्वी श्री जीनरेखाजी एवं सवर्तिनी साध्वीवृन्द के सान्निध्य में पर्युषण पर्व का चौथा दिवस वाणी संयम दिवस मनाया। कार्यक्रम का शुभारंभ गीतिका से क्षमा कोठारी एवं नेरुल महिलामण्डल द्वारा मंगलाचरण से हुआ। साध्वी श्री श्वेतप्रभाजी ने कहा मौन आनंन्द का अक्षय कोष है,मौन से दिमाग की शक्ति बढ़ती है,और मौन आत्मशुद्धि का उपाय है। साध्वी श्री जिनरेखाजी ने अपने प्रेरणा पाथ्याय में कहा इन्द्रियों का दास कभी अपने जीवन का उथान नही कर सकता। भगवान ने दूसरा द्वार बताया है ,शील “तवेसुवा उत्तम”।बारह व्रतों में चौथा व्रत की उपमा ज्ञानियोंने सागर से दी है। सर्व व्रतों में ब्रह्महचार्य व्रत सर्व श्रेष्ठ है। ब्रह्मचार्य आत्मा की शक्ति है। जो मन वचन काया से सम्पूर्ण ब्रम्हचर्य का पालन करते है,उन्हें वचन सिद्धि प्राप्त होती है। कार्यक्रम में मुख्य उपस्तिथि अणुव्रत समिति मुम्बई, के अध्यक्ष रमेश चौधरी,मंत्री चेतन कोठारी,कार्य अध्यक्ष रोशनलाल मेहता,एवं Abtyp के राष्ट्रीय महामंत्री संदीप कोठारी, नरेश चपलोत,राकेश सिंघवी, महेश बाफना,रिंकू बाफना। आचार्य भिक्षु समाधि संस्थान सिरियारी अध्यक्ष ख्यालील तातेड़,कोषाध्यक्षज गौतम कोठारी,ट्रस्ट भवरलाल कर्णावत, तेरापंथ सभा अध्यक्ष संपत वागरेचा,तुलसी महाप्रज्ञ फाउंडेशन कांदिवली मंत्री कामलेश बोहरा एवं रमेश धोका,प्रसन्न पामेचा,सुरेश बाफना,अरविंद चोरडिया,पवन परमार,पंकज चंडालिया,सुनील बोहरा, प्रवीण चोरडिया ,महावीर कोठारी,तनसुख चोरडिया ,बिमल सामर,महावीर इंटरनेशनल चेयरमैन के.सी.बाफना,प्रकाश संचेती, अशोक भंसाली तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष रंजीत खाटेड,मंत्री अर्जुन सोनी,कोषाध्यक्ष जीतू बाफना आदि गन्मानयो की उपस्तिथि रही।कार्यक्रम को सफल बनाने में राजू कावड़िया, महावीर हिरण,राहुल चोरडिया, सुरेश धोका, विमल श्रीमाल,विकास मादरेचा, विमल कोठारी,मुकेश बाफना,कार्यक्रम का कुशल संचालन तेरापंथ सभा मंत्री दिनेश हिरण ने किया। यह जानकारी तेरापंथ युवक परिषद सयोजक पंकज चंडालिया ने दी।