नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की शिकायत के बाद राहुल गांधी के ‘रेप इन इंडिया’ बयान को लेकर झारखंड के अधियारियों से जवाब मांगा है। राहुल ने 12 दिसंबर को गोड्डा में चुनावी रैली के दौरान कहा था- मोदी कहते हैं मेक इन इंडिया, लेकिन आजकल आप जहां कहीं भी देखते हैं, वहां ‘रेप इन इंडिया’ है। इस पर भाजपा ने संसद में राहुल से माफी की मांग की थी। फिर कांग्रेस की ‘भारत बचाओ’ रैली में कहा था- मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं, राहुल गांधी है। सही बात बोलने के लिए माफी नहीं मांगूंगा।
संसद में बयान पर हंगामे के बाद भी राहुल ने माफी मांगने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि नरेंद्र मोदी ने तो दिल्ली को रेप कैपिटल बताया था। मेरे पास इसकी क्लिप है। इसके बाद स्मृति समेत अन्य महिला सांसदों ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। स्मृति ने बताया कि हमने आयोग से कहा है कि महिला अपराधों को लेकर किसी तरह की राजनीति नहीं की जानी चाहिए। राहुल गांधी ने दुष्कर्म को एक राजनीतिक हथकंडे के तौर पर इस्तेमाल किया।
फडणवीस ने कहा- राहुल सावरकर के नाखून के बराबर भी नहीं
राहुल ने शनिवार को कांग्रेस की रैली में कहा था- मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं, राहुल गांधी है। सही बात बोलने के लिए माफी नहीं मांगूंगा। इस बयान का भाजपा और शिवसेना ने विरोध किया था। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि राहुल का बयान शर्मनाक है। सावरकर ने 12 साल अंडमान जेल में प्रताड़ना सही। राहुल 12 घंटे भी नहीं सह सकते। वे सावरकर के नाखून के बराबर भी नहीं हैं। वहीं, शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने ट्वीट किया, ‘‘सावरकर नाम में राष्ट्राभियान और स्वाभिमान है। नेहरू और गांधी की तरह सावरकर ने भी आजादी के लिए अपना जीवन न्योछावर किया था। ऐसे हर देवता का सम्मान किया जाना चाहिए। इस पर किसी तरह का कोई समझौता नहीं होगा।’’