गुवाहाटी: असम में नागरिकता कानून के विरोध में 5 दिन से उग्र प्रदर्शन जारी है। इसके चलते जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे का भारत दौरा टाल दिया गया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि आने वाले वक्त में सही तारीखों का चयन कर मुलाकात तय की जाएगी। शिंजो आबे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच गुवाहाटी में 15-16 दिसंबर को मुलाकात होनी थी। लेकिन, आयोजन स्थल पर प्रदर्शनाकारियों ने तोड़फोड़ कर दी थी। इसके बाद ही केंद्र और राज्य सरकार के बीच पीएम आबे की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई थी।
इससे पहले गुरुवार देर रात राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नागरिकता संशोधन बिल को मंजूरी दी, इसके बाद यह कानून बन गया। वहीं, पांच राज्यों ने कहा था कि हम अपने यहां नागरिकता कानून को लागू नहीं करेंगे। सरकारी सूत्रों ने बताया कि नागरिकता का मुद्दा संविधान की केंद्रीय सूची के 7वें चरण में आता है। ऐसा कोई भी संशोधन सभी राज्यों पर लागू होता है।
विरोध के दौरान कई जगहों पर आगजनी हुई
नागरिकता कानून के विरोध में असम समेत पूर्वोत्तर के त्रिपुरा, नगालैंड, मेघालय और मणिपुर में छात्र संगठनों और वाम दलों ने विरोध शुरू किया था। इस दौरान आगजनी, तोड़फोड़ की कई घटनाएं हुईं। गुवाहाटी में पुलिस फायरिंग में 3 लोगों की जान चली गई। डिब्रूगढ़ में भाजपा विधायक के घर और रेलवे स्टेशन में आग लगा दी गई थी।
भारत-जापान ने आपसी बातचीत कर दौरा टाला- रवीश कुमार
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा- मोदी-आबे के बीच द्विपक्षीय वार्ता होनी थी। लेकिन, दोनों देशों ने बातचीत के बाद इसे टाल दिया है। दोनों नेताओं का मणिपुर के बिष्णुपुर में भी एक कार्यक्रम था। यहां दोनों नेताओं को द्वितीय विश्वयुद्ध में जान गंवाने वाले जापानी सैनिकों को श्रद्धांजलि देनी थी। इससे पहले बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन भी अपनी भारत यात्रा रद्द कर चुके हैं।
असम में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद कर्फ्यू जारी
प्रदर्शनकारियों की पुलिस फायरिंग में मौत के बाद असम में प्रदर्शन जारी हैं। यहां कर्फ्यू में कोई ढील नहीं दी गई। राज्य के कई जिलों में हालात तनावपूर्ण हैं। राज्य की राजधानी गुवाहाटी में अभी भी अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लागू है। यहां पर हालात अभी भी संवेदनशील हैं। यहां तीसरे दिन भी इंटरनेट सेवाएं बंद हैं। सेना लगातार फ्लैगमार्च कर रही है। गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ के बीच सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। इसके अलावा सभी पैसेंजर ट्रेनें, कुछ लंबी दूरी की ट्रेनें भी कैंसल हुई हैं।
त्रिपुरा के हालात में सुधार, पर इंटरनेट सेवाएं अभी भी बंद
त्रिपुरा के ज्यादातर हिस्सों में हालात सुधरते दिखाई दे रहे हैं, लेिकन शुक्रवार को नवगठित गैर आदिवासी संघ बंगाली ओइकया मंच ने 48 घंटे का बंद का ऐलान किया है। यहां तीसरे दिन भी टेलीफोन और इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाई गई है। धलाई और नॉर्थ त्रिपुरा डिस्ट्रिक में अभी भी हिंसक आंदोलन जारी है। उधर, धर्मनगर और अगरतला के बीच रेल और सड़क यातायात भारी सुरक्षा के बीच शुरू कर दिया गया है। अगरतला, अम्बासा, कुमारघाट और धर्मनगर में पिछले तीन दिनों से हजारों यात्री फंसे हुए थे।
इससे पहले गुरुवार रात त्रिपुरा से गए प्रतिनिधिमंडल ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। वरिष्ठ आदिवासी नेता बिजॉय कुमार ने बताया था कि शाह के साथ विस्तार से बातचीत हुई। शाह ने भरोसा दिलाया था कि त्रिपुरा के मूल निवासियों के हितों का ध्यान रखा जाएगा।
मेघालय में कर्फ्यू में ढील, इंटरनेट-मोबाइल सेवाओं पर अभी रोक
मेघालय में शुक्रवार को हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में कर्फ्यू में 12 घंटे की ढील दी गई। हालांकि, यहां मोबाइल और इंटरनेट सर्विस पर रोक जारी है। शिलॉन्ग में अभी भी हालात तनावपूर्ण हैं। पुलिस अधिकारी ने कहा कि हालात पूरी तरह सामान्य नहीं हैं। हम कानून-व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच मुख्यमंत्री कोनरॉड संगमा और मंत्रियों का एक दल अमित शाह से मुलाकात करने के लिए दिल्ली रवाना हुआ है।
भाजपा जागरूकता अभियान चलाएगी, टीएमसी कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई
भाजपा दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता, गुवाहाटी और लखनऊ में 14-18 दिसंबर के बीच नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जागरूकता अभियान चलाएगी।
इस बीच, तृणमूल सांसद महुआ मित्रा ने सुप्रीम कोर्ट में कानून को चुनौती दी है। महुआ मित्रा के वकील ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर शुक्रवार या सोमवार को सुनवाई कर सकती है।
असम में उग्र प्रदर्शनों के चलते जापान के पीएम आबे का दौरा टाला गया, गुवाहाटी में मोदी से मुलाकात होनी थी
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