पंकज श्रीवास्तव/पटना। सिटिजन अमेंडमेंट बिल पर बिहार के सत्तारूढ दल जदयू में दो फाड़ दिखने लगा है। नीतीश कुमार के चुनावी रणनीतिकार और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने ही उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उल्लेखनीय है कल लोकसभा में केंद्र सरकार की तरफ से पेश किए गए सिटिजन अमेंडमेंट बिल का जदयू ने समर्थन किए था।
अब प्रशांत किशोर ने पार्टी लाइन से बाहर जाते हुए एक बड़ा बयान दे दिया है कि सिटिजन अमेंडमेंट बिल का जेडीयू ने समर्थन किया है जो बेहद निराशाजनक है। प्रशांत किशोर ने अपने बयान में कहा है कि भाजपा द्वारा पेश सिटिजन अमेंडमेंट बिल धर्म के आधार पर नागरिकता के अधिकार में भेदभाव वाला बिल है। इसके बावजूद जनता दल यूनाइटेड ने इसका समर्थन किया? प्रशांत किशोर ने जदयू के संविधान का हवाला देते हुए कहा कि ये पार्टी के विचारों से मेल नहीं खाता। जनता दल के संविधान के पहले पेज के अंदर तीन बार धर्मनिरपेक्ष शब्द का इस्तेमाल किया गया है। यही नहीं पार्टी के नेतृत्व को गाँधीवादी आदर्शों द्वारा निर्देशित बताया गया है। बावजूद इसके जेडीयू ने सिटिजन अमेंडमेंट बिल का समर्थन किया है, जिसे देखकर उन्हें निराशा हुई है।
सिटिजन अमेंडमेंट बिल का समर्थन करने पर जेडीयू में दो फाड़, प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के खिलाफ खोला मोर्चा
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