शिंदेवाडी। साध्वी श्री अणिमाश्रीजी एवं साध्वी श्री मंगलप्रज्ञाजी ठाणा 6 गुरु दर्शनों के तीव्र भावों के साथ हुबली कर्नाटका की ओर यातायीत है। ठाणा के अतिरिक्त मुम्बई के विभिन्न उपनगरों के युवक उत्साह के साथ साध्वी वृन्द के विहार में संभागी बन रहे। इसी क्रम में विलेपार्ले तेरापंथ युवक परिषद के युवक भी विहार यात्रा में सम्मिलित हुए।
साध्वी अणिमाश्रीजी ने अपने मंगल उद्बोधन में कहा जिंदगी गिटार के सात तार है। आत्मा, शरीर, मन, घर, परिवार व व्यापार। अगर आनंद का जीवन जीना चाहते है तो सातों तारों को साधिए। एक बार घुप अंधेरे में अकेले बैठकर सोचिए कि मैं किस तार को नजरअंदाज कर रहा हूँ। स्थिति स्वतः स्पष्ट हो जाएगी। अपना परिष्कार अपने हाथ मे है। आनंद, अमन-चैन, सकून सबकुछ व्यक्ति के अपने हाथ में है। अपेक्षा है इस चैनल को समझे, लक्ष्य बनाएं, कदम बढ़ाएं, मंजिल इंतजार कर रही है।
ठाणा सभा, तेयुप, महिला मंडल सक्रियता के साथ अपने दायित्व के निर्वहन कर रही है। मदन-वैजयंती श्रीश्रीमाल ने अच्छी सेवा की है। विहार-यात्रा संयोजक विनोद कोठारी बड़ा जागरूक है। आज हमारे पूर्व चातुर्मास विलेपार्ले की तेयुप भी विहार यात्रा में उपस्थित होकर आनंदित हो रही है।
साध्वी मंगलप्रज्ञाजी ने अपने अमृततुल्य विचार रखे। साध्वी कर्णिकाश्रीजी, साध्वी सुधाप्रभाजी, साध्वी समत्वयशाजी, साध्वी मैत्रीप्रभाजी ने गीत का संगान किया। विलेपार्ले तेयुप के निवर्तमान अध्यक्ष अनिल बाफना ने विचार व्यक्त किए। मंत्री अरविंद कोठारी, शैलेश कोठारी, मनोज मेहता, कांदिवली तेयुप अध्यक्ष अशोक कोठारी, हितेश मेहता, भरत जैन, ललित कोठारी, महावीर गोगड़, यश धोका, पुष्पा श्रीश्रीमाल, रेखा धोका, प्रदीप धोका ने साध्वी वृन्द की सेवा, उपासना एवं विहार का लाभ लिया।
साध्वी अणिमाश्रीजी पूना से सातारा की ओर अग्रसर
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