नवी मुम्बई: मंगलवार को गोवंडी से विहार करके आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनि श्री जिनेश कुमार जी आदि ठाणा का आगमन हुआ। इस अवसर पर भारी संख्या में श्रावकों ने रास्ते की सेवा का लाभ लिया। मुनि श्री के पदार्पण पर भव्य कार्यक्रम और प्रवचन का आयोजन हुआ। तेयुप अध्यक्ष अमृत बाफना, मंत्री मंगल सियाल और उपासक जसराज छाजेड़ ने अपने भाव व्यक्त किये।
मुनि श्री जिनेश कुमार जी ने श्रावकों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि कोपरखैरने श्रावक समाज की अर्जी और मर्जी को देखते हुए जो मैंने वचन दिया था वह पूर्ण हुआ हैं। भक्तों की भक्ति के आगे भगवान भी प्रगट हो जाते हैं। हम भी कोपरखैरने के श्रावकों की भक्ति की वजह से कोपरखैरने दोबारा पधारने का अवसर हमें प्राप्त हुआ। मनुष्य जीवन अगर मिला है तो उसे सार्थक बनाना चाहिए। मनुष्य जीवन को सार्थक भाव पूजा से बनाई जा सकती हैं। साथ ही कहा कि गुरु की सेवा करने वाले को ही मेवा मिलती हैं। मुनि श्री परमानंद जी ने भी श्रावकों का मार्गदर्शन अपने ओजस्वी वाणी के माध्यम से किया।
इस रास्ते की सेवा में अभातेयुप उपाध्यक्ष महेश बाफना, सुनील महता, सुनील बोहरा, गजेंद्र चंडालिया, अनिल मादरेचा, विपिन मेड़तवाल, सुरेश डांगी, सुरेश बाफना, यश चोरड़िया, महावीर चोरड़िया, विवेक गोखरू, नवीन मेड़तवाल, बालचंद जैन, पंकज भटेवरा, वसंत लोढा, दीपक चपलोत, दीपक मादरेचा, चिराग बाफना, मनोज बड़ोला, मुकेश डूंगरवाल, नितिन पामेचा, संदीप दुग्गड़, महावीर बाफना, राजेश चौधरी, हर्ष चोरड़िया ऐरोली, वाशी के श्रावक भी शामिल रहे।
कोपरखैरने में मुनि श्री जिनेश कुमार जी आदी ठाणा का आगमन हुआ
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