नई दिल्ली:कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की सुरक्षा में सेंध लगने के मामले को लेकर रॉबर्ट वाड्रा ने एक फेसबुक पोस्ट लिखा है। उन्होंने कहा कि लड़कियों से छेड़छाड़ या बलात्कार हो रहा है, हम कैसा समाज बना रहे हैं। हर नागरिक की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है। अगर हम अपने देश, अपने घरों में और सड़कों पर सुरक्षित नहीं हैं, दिन में सुरक्षित नहीं हैं या रात में नहीं हैं, तो हम कहां और कब सुरक्षित हैं?
आपको बता दें कि कार सवार सात अज्ञात लोग प्रियंका के साथ सेल्फी लेने की चाह में बीते हफ्ते उनके लोधी इस्टेट स्थित आवास में दाखिल हो गए। कांग्रेस महासचिव के दफ्तर ने मामला सीआरपीएफ के समक्ष उठाया है।
रॉबर्ट वाड्रा ने फेसबुक पोस्ट में आगे लिखा है कि यह प्रियंका, मेरी बेटी और बेटे, मेरे या गांधी परिवार की सुरक्षा के बारे में नहीं है। यह हमारे नागरिकों, विशेष रूप से हमारे देश की महिलाओं को सुरक्षित रखने और सुरक्षित महसूस करने के बारे में है। पूरे देश में सुरक्षा से समझौता किया जाता है।
केंद्र सरकार ने बीते महीने ही गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा वापस ली थी। सोनिया, राहुल और प्रियंका को जेड-प्लस श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है, जिसमें सीआरपीएफ कमांडो तैनात होते हैं। प्रियंका ने एसपीजी सुरक्षा हटाने पर कहा था, ‘यह राजनीति का हिस्सा है। अक्सर ऐसा होता रहता है।’
पोर्च तक पहुंचे लोग
-सूत्रों के मुताबिक घटना 26 नवंबर की है। तीन महिला, तीन पुरुष और एक बच्ची कार से प्रियंका के घर के गार्डन के पास मौजूद पोर्च तक पहुंच गए। उन्होंने कांग्रेस महासचिव के पास जाकर उनके साथ सेल्फी खिंचवाने की गुजारिश की।
अच्छे से मिलीं कांग्रेस महासचिव
-प्रियंका ने घर में अवैध रूप से प्रवेश करने वाले लोगों से अच्छे से बात की। साथ ही उनके साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं। कांग्रेस नेता अमी याग्निक ने कहा कि अगर यह सत्य है तो सरकार को बताना चाहिए कि एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने के बाद क्या हो रहा है?
28 साल बाद हटी एसपीजी सुरक्षा
-बीते माह गांधी परिवार से 28 साल बाद एसपीजी सुरक्षा हटाई गई थी। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के बाद सितंबर 1991 में एसपीजी एक्ट-1988 में संशोधन कर सोनिया, राहुल और प्रियंका को वीवीआईपी सुरक्षा सूची में शामिल किया गया था।