घाटकोपर। समणी मल्लि प्रज्ञाजी एवं भास्कर प्रज्ञाजी के सानिध्य में पर्यूषण पर्व विशाल जनभेदनी के बीच मनाया गया समणी मल्लि प्रज्ञा जी ने स्वाध्याय दिवस की महता बताते हुए कहा कि यह आत्मा के उद्वार का महान साधन है श्रुत धर्म का महत्वपूर्ण स्थान है स्वाध्याय से जीव अपनी गति एवं मती को सुधार सकता है स्वाध्याय को जीवन का श्रृंगार बताया
समणी भास्कर प्रज्ञाजी ने भगवान महावीर के पूर्व भवों पर प्रकाश डाला मरिचि कुमार एवं विश्वभूति के भव के सुविस्तृत बताते हुए निदान के दुष्परिणाम को व्याख्यायित किया थाना से विमला हिरण २४ की तपस्या के साथ उपस्थित रही जय तुलसी फ़ाउंडेशन के महामंत्री सलिल लोढ़ा , डि सी सुराणा अभामम से कुमुद कच्छारा, आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे व्यवस्था में महिला मण्डल से मंजू कुमठएवं टीम, तेयुप से दिवेश सिसोदिया , कमलेश चोरडिया,भीमराज सुराणा , मुकेश ,जितेश, जीवन धाकड़, कांति मेहता ,सुनील बडोला , धनराज डांगी सम्पत परमार ,राजेश धाकड़ , नरेश बाफ़ना,पीयूष बोरदिया, श्रवण चोरडिया प्रवीण धोका का सहयोग रहा संचालन तेयुप अध्यक्ष लोकेश डांगी ने किया।
घाटकोपर पर्यूषण पर्व का दूसरा दिन स्वाध्याय दिवस के रूप में मनाया
Leave a comment
Leave a comment