मुंबई। शांति दूत आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती उग्रविहारी तपोमूर्ति मुनिश्री कमल कुमारजी व विदुषी शिष्या शासन श्री साध्वी श्री सोमलता जी का अदभुत अपूर्व ऐतिहासिक मिलन हुआ। मुनि श्री व साध्वी श्री जी दोनों संसार पक्षीय भाई बहिन है। मुनि भाई ४० किलो मीटर, दोपहर में तीव्र गति से विहार कर बहिन से मिलने को आ रहे थे, तो वहीं साध्वी श्री जी दूर तक भाई की अगवानी करने के लिए साध्वी वृंद के साथ पधारी। सैकड़ों भाई बहिन सवेरे से उत्सुक थे इस दृश्य के साक्षी बनने के लिए। ज्योही मुनि श्री का सर्वोदय गार्डन में प्रवेश हुआ डोम्बिवली के श्रद्धालु भाई बहिनों ने बुलंद घोषो व सुमधुर गीतों से स्वागत किया। मिलन के उस अविस्मरणीय पल को विस्मृत नहीं किया जा सकता जब भाई बहिन दोनों भाव विभोर हो उठे।
इस अभिवंदन की स्वर्णिम बेला में शासन श्री साध्वी श्री सोमलता जी ने कहा – श्रावण मास में रक्षा बंधन तो सभी मनाते हैं लेकिन मेरे लिए तो आज ही रक्षा बंधन है। शासन श्री साध्वी श्री सोमलता जी ने माधुर्य रस से गीतों का संगान कर संत त्रिवेणी का स्वागत करते हुए कहा आज डोम्बिवली के सर्वोदय गार्डन में नव सूर्य का उदय हुआ और तपस्वी संत के आगमन से यह वसुन्धरा पावन हो गई। आपने सूरत चतुर्मास में अनेक संघ प्रभावक एवं नवोन्मेषी कार्यक्रमों से जन जन की चेतना को झंकृत किया। बीस मासखमण एवं सैकड़ों तपस्वियों की कतार खड़ी करके अभूतपूर्व इतिहास रच दिया। नमि मुनि को बधाई देते हुए कहा कि इस उम्र में भी आपका मनोबल देखकर हम विस्मित हो जाते है। आपको मुनि श्री जी ने ऐसी कौन सी दिव्य ऊर्जा प्रदान की जिसके कारण आपने इस चतुर्मास में दो मासखमण कर तेरापंथ धर्मसंघ में तपस्वियों की नई परिभाषा लिख दी।
उग्र विहारी तपोमूर्ति मुनिश्री कमल कुमारजी ने ओजस्वी वाणी में कहा -आज एक वर्ष के बाद साध्वी बहिन से मिलकर अत्यंत प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है। डोम्बिवली में साध्वी श्री जी ने जो ठाठ लगाया है इसकी महिमा हमने सूरत में सुनी। और श्रावक श्राविकाओं में आध्यात्मिक चेतना का जागरण किया। और बड़ी बात तो यह है कि सभी तपस्वियों के गीत रचे। अब आप गुरु दर्शनार्थ पधार रहे हैं। यह बड़ी खुशी की बात है। आपकी एवं साध्वियों की अग्रिम यात्रा अध्यात्म मय एवं आनंदमय हो। मुनि श्री नमी कुमारजी स्वामी व मुनि श्री अमन कुमारजी स्वामी ने भी अपनी अभिव्यक्ति दी।साध्वी श्री शकुन्तला कुमारी जी साध्वी श्री संचित यशाजी साध्वी श्री जागृत प्रभाजी व साध्वी श्री रक्षित यशाजी ने स्वागत गीत गाया।
सर्वोदय गार्डन के चेयरमैन मंजिरी रानाडे सेक्रेटरी गोपाल कृष्णा रमल पवार लीना परमार दक्षा नायर सुरेशजी सिंघवी कैलाश जी सियाल दिनेशजी कच्छारा कांतिलाल जी कोठारी चुन्नीलाल जी मेहता रोशनलाली बाफना राजेन्द्र सिंघवी भरत जी कोठारी दिलीप कोठारी राकेश कोठारी सुरेशजी बैद दीपक बाफना ललित जी मेहता चेतन मेहता दीपक मेहता राज बाफना विकास कोठारी जगदीश जी परमार ललितजी पुनमिया ललीतजी सिंघवी संजय खाब्या मदन जी कोठारी राहुल कोठारी भारती जी सेठिया सुंदर देवी सेठिया राजू देवी रीना हिंगड़ अनीता बड़ाला सिंघवी सरोज सिंघवी जुली मेहता सुशीला मेहता कमला कोठारी चंदा बाफना चंदा सिंघवी किरण कोठारी ममता सिंघवी करिश्मा कोठारी लीला पटवारी मंजू कच्छारा कविता कोठारी रिंकू मादरेचा नीता मेहता रिंपल सिंघवी आशि सिंघवी किंजल डॉंगी सूरत से समागत ललित जी सांखला संजय जी नाहटा कुसुम भाई हितेश संकलेचा प्रेमलता सांखला मधु सांखला जन आदि की उपस्थिति रही।वसई कांदिवली बोरिवली उल्लास नगर गोरेगांव वापी बैंगलोर आदि क्षेत्रों से श्रावक श्राविकाओं की उपस्थिति रही।
भ्राता मुनि उग्रविहारी तपोमूर्ति मुनिश्री कमल कुमारजी व साध्वी बहिन शासन श्री साध्वी श्री सोमलता जी का डोम्बिवली में मिलन सम्मेलन
Leave a comment
Leave a comment