संतो आगमन व निर्गमन दोनों मंगलकारी – मुनिश्री जिनेश कुमार जी
पालघर। महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनिश्री जिनेश कुमार जी ठाणा 2 के चातुर्मास की परिसम्पन्नता पर जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा द्वारा मंगल भावना समारोह “कृतग्योस्मि” का आयोजन तेरापंथ भवन में किया गया।
इस अवसर पर उपस्थित धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री जिनेश कुमार जी ने कहा- अनासक्ति का महत्वपूर्ण सूत्र है पदयात्रा। साधुओं के विहार चर्या को प्रशस्त बताया गया है। संत और सरिता लोक कल्याण के लिए यात्रायित रहते है। संतो का आगमन व निर्गमन दोनों ही मंगल होते है।संतो का आगमन जहां क्षेत्र के लिए सौभाग्य सूचक होता है वही निर्गमन विश्व बंधुत्व का भाव लिये होता है। संतो को एक स्थान पर रोक कर नही रखना चाहिए। कहावत भो है- बहता पानी को एक स्थान पर रोककर नही रखना चाहिए। कहावत भी है बहता पानी निर्मल, पड़ा गंदीला होय। साधु तो रमता भला, दाग न लागे कोय। मुनिश्री जी ने आगे कहा- आज का मंगलभावना समारोह “कृतग्योस्मि” श्रावक समाज की विनय शीलता , ग्रहण शीलता व प्रमोद भावना सूचक है। उपकारी के उपकार को नही भूल कर कृतज्ञता ज्ञापित करना यहां की विशिष्टता है। परम पूज्य गुरुदेव की अनंत कृपा से पालघर में सफल चातुर्मास हुआ। जिसमें सभी सभा संस्थाओं एवं श्रावक समाज ने समय समय पर शक्ति का सम्यक नियोजन किया है। छोटे क्षेत्र में इतने ज्ञानवर्धक कार्यक्रम व इतनी तपस्या होना अपने आप मे विलक्षण है। चातुर्मास की सफलता में योगदान देने वाले सभी साधुवाद के पात्र है। आज मंगलभावना के अवसर पर मैं प्रतिकात्मक पांच बाते श्रावक समाज को कहना चाहूंगा । केश की तरह मुलायम कोमल रहना, दर्पण से आत्म निरिक्षण करना, मोमबत्ती की तरह दुसरो को प्रकाशित करना, सुई की तरह सभी को धर्म से जोड़ना, कंघी की तरह जीवन की समस्याओं को सुलझाना यह पांच सूत्र जिसके घर मे होंगे वहाँ आनंद ही आनंद होंगा। पालघर वासियो ने जो प्रेम दिया है वह सदैव स्मरणीय रहेंगा।
इस अवसर पर मुनिश्री परमानंद जी ने कहा चातुर्मास की सफलता एवं सार्थकता आत्म क्रांति व परिवर्तन में छिपी हुई है। पालघर वासियो की श्रद्धा भक्ति बेजोड़ है। सभी के आध्यत्मिक विकास की मंगलकामना व्यक्त करता हु।
कार्यक्रम का प्रथम चरण का शुभारंभ तेरापंथ कन्या मंडल के मंगलाचरण से हुआ। सभा अध्यक्ष नरेश जी राठौड़ स्वागत भाषण करते हुए संतो के प्रति मंगल भावना प्रकट की। विकास समाचार से आरिफ पटेल, बोईसर सभा अध्यक्ष दिलीप राठौड़, मनोर सभा अध्यक्ष भेरूलाल खिमेसरा, अणुव्रत समिति अध्यक्ष देवीलाल जी सिंघवी, महिला मंडल अध्यक्ष्या संगीता बाफना, सफाला तेरापंथी सभा अध्यक्ष भेरूलाल जी मांडोत, स्थानकवासी संघ अध्यक्ष पूनमचंद जी परमार, सभा मंत्री लक्ष्मीलाल जी राठौड़, तेयुप मंत्री योगेश राठौड़, कन्या मंडल संयोजिका पिंकी चपलोत, ज्ञानशाला मुख्य प्रशिक्षिका विजया तलेसरा एवं अनेक वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये। तेरापंथ महिला, कन्या व किशोर मंडल ने मंगलभावना गीत प्रस्तुत किये। कार्यक्रम का संचालन तेयुप अध्यक्ष हितेश सिंघवी ने किया।
मंगल भावना का द्वितीय चरण रात्रि में आयोजित हुआ। लगभग तीन घंटे चले कार्यक्रम में विरार सभा अध्यक्ष तेजराज जी हिरण, विरार तेयुप अध्यक्ष विजय धाकड़, बोईसर तेयुप अध्यक्ष गौतम ओस्तवाल एवं अनेक वक्ताओं ने मंगलभावना व्यक्तव्य व गीत के माध्यम से प्रेषित किया। कार्यक्रम का शुभारंभ किशोर मंडल के मंगला चरण से हुआ। द्वितीय चरण का संचालन हित तलेसरा ने किया। किशोर मंडल द्वारा स्क्रीन पर चातुर्मास की झलकियां भी दिखाई गई । यह जानकारी दिनेश राठौड़ ने दी।
पालघर में मंगल भावना “कृतग्योस्मि” का भव्य आयोजन
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