मुंबई: भाजपा ने विकास योजनाओं में केंद्र और महाराष्ट्र सरकार के फेल रहने के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान पर गुरुवार को पटलवार किया। पार्टी के उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि मनमोहन सिंह अपने कार्यकाल के मॉडल पर वोट मांगने का साहस दिखाएं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मनमोहन ने कहा था कि भाजपा के कार्यकाल में राज्यों में विकास का डबल इंजन नाकाम हो गया है।
राज्यसभा सांसद सहस्त्रबुद्धे ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई वाली सरकार ने अपनी विकास की नीतियों के माध्यम से राजनीति का व्याकरण बदल दिया। मैं कांग्रेस और उसके नेताओं को सलाह दूंगा कि महाराष्ट्र में जो विकास हुआ है, उसका गहनता से अध्ययन करें। महाराष्ट्र में राजनीति केवल जाति और सामुदायिक विचारों के इर्द-गिर्द नहीं है। महाराष्ट्र अब विकास की राह पर है। हमने राज्य में जो कुछ किया है, उसके आधार पर समर्थन मांग रहे हैं।’’
‘2024 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी तक पहुंचने की कोई उम्मीद नहीं’
मनमोहन ने कहा था कि 2024 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी तक पहुंचने की कोई उम्मीद नहीं है। इसके लिए सालाना 10-12 फीसदी ग्रोथ की जरूरत होगी, लेकिन भाजपा के कार्यकाल में साल दर साल विकास दर में गिरावट आ रही है। पिछले 5 साल में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा फैक्ट्रियां बंद हुईं। केंद्र और महाराष्ट्र की सरकार जनता के अनुकूल नीतियां अपनाना नहीं चाहती।
‘पीएमसी बैंक मामले में प्रभावित 16 लाख लोगों की शिकायतें सुलझाएं’
मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और मुख्यमंत्री फडणवीस से अपील की थी कि वे पीएमसी बैंक मामले को देखें और 16 लाख प्रभावित लोगों की समस्याओं का समाधान करें। मनमोहन ने कहा था कि मुझे उम्मीद है कि केंद्र सरकार, आरबीआई और महाराष्ट्र सरकार प्रभावी कदम उठाएंगे।