नालासोपारा में गुजराती, कच्छी, राजस्थानी दीपावली स्नेह मिलन में पहुंचा ठाकुर परिवार
नालासोपारा। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के दौरान वोटर्स को एकजुट करने के लिए अलग-अलग हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। सभी उम्मीदवार अपने-अपने तरीके से कार्यक्रमों का आयोजन कर व करवा रहे हैं। उन्हें यह भी देखना है कि कहीं आचार संहिता का उल्लंघन भी ना हो और उनका काम भी हो जाए। बुधवार को एक ऐसा ही कार्यक्रम नालासोपारा ईस्ट में स्थित शादी डॉट कॉम हॉल में आयोजित किया गया, जिसमें राजस्थान के प्रसिद्ध भजन गायक प्रकाश माली ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम और भी रोमांचक तब हो गया जब नालासोपारा के विधायक हितेंद्र ठाकुर की पत्नी प्रवीणा ठाकुर वहां पहुंचीं और उन्होंने शानदार कृष्ण भजन गाया, जिसे लोगों की खूब वाह-वाही मिली तथा वहां बैठे लोग मंत्रमुग्ध हो गए। हालांकि इस कार्यक्रम का आयोजन राजस्थानी, गुजराती, कच्छी समाज की ओर से आयोजित किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में यहां के लोगों की उपस्थिति भी थी, बावजूद इसके बहुजन विकास आघाडी के नालासोपारा से विधानसभा के उम्मीदवार क्षितीज ठाकुर परिवार व उनके परिवार का वहां पहुंचकर संबोधित करना ‘एक पंथ दो काज’ होने की ओर भी इशारा करता है।
राजस्थानी, कच्छी, गुजराती समाज द्वारा आयोजित इस दीपावली स्नेह मिलन में राज्स्थान के प्रसिद्ध भजन गायक प्रकाश माली ने अपनी सुर लहरियों से ऐसी धूम मचाई कि उपस्थित लोग झूम उठे। बड़ी संख्या में प्रकाश माली को सुनने उमड़े लोगों ने जमकर तालियां बजाकर झूमे। इस मौके पर समस्त राजस्थानी, जैन समाज, गुजराती, कच्छी समाज की महिला पुरुष एवं बच्चों की भारी उपस्थिति रही। प्रकाश माली ने गणेश वंदना से संगीत संध्या की शुरुआत की जिस पर लोग झूमने पर मजबूर हो गए। जैसे-जैसे समय बीतता गया, लोग सराबोर होते गए और अंत में उपस्थित लोग पूरी तरह से झूमने लगे। इस दौरान प्रकाश माली अपने चिरपरिचित अंदाज में देशभक्ति गीतों की भी प्रस्तुति दी, जिससे लोगों का जोश उफान पर पहुंच गया। कार्यक्रम के आयोजक उत्तम भाई छेड़ा थे।
कार्यक्रम में प्रथम महापौर प्रवीणा ठाकुर, नालासोपारा से उम्मीदवार क्षितिज ठाकुर, राजीव पाटिल, मीना बेन सोलंकी, श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के अध्यक्ष लक्ष्मीलाल इंटोदिया, ललित कोठीफोड़ा, तेरापंथ समाज के मिश्रीमल चोरड़िया, कालूलाल राठौड़, नवयुवक मंडल के प्रवीण इंटोदिया, लक्ष्मीचंद इंटोदिया, पन्नाबेन सोलंकी, धनी बेन, अंजुबेन छाजेड़, रमेश बोहरा, मुकेश सांखला, शांतिलाल इंटोदिया, महावीर सिसोदिया, अरविंद छाजेड़. मदनलाल लोढ़ा, भरत बोहरा सहित बड़ी संख्या में गुजराती, कच्छी, राजस्थानी समाज की उपस्थिति रही, जिनमें महिला पुरुष बच्चे सभी शामिल थे।