गोरखपुर:उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से मुख्यमंत्री ने कहा कि वे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के गोरखपुर लिंग के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द से जल्द से पूर्ण करें। ताकि निर्माण कार्य शीघ्रता से शुरू किया जा सके। उन्होंने बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस को लेकर चल रही तैयारियों की समीक्षा के साथ नवंबर तक उसका निर्माण भी शुरू करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ सीएम ने गोरखनाथ मंदिर में की बैठक
कहा कि सीएम ने अधिकारियों से कहा कि वे नवबंर तक बुंदेलखण्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य शुरू करें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय गोरखपुर दौरे के दौरान गोरखनाथ मंदिर के गोरक्षपीठाधीश्वर के कक्ष में उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों एवं निर्माण एजेंसी के अधिकारियों के साथ तकरीबन एक घंटे तक बैठक की। बैठक में सीएम के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ से गाजीपुर तक बनने वाले छह लेन के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से गोरखपुर भी जुड़ेगा। बेलघाट के पास कम्हरिया घाट पुल से एक्सप्रेस-वे को जोड़ा जाएगा। एक्सप्रेस-वे खजनी तहसील क्षेत्र से होकर गुजरेगा। इससे गोरखपुर से अंबेडकर नगर या फिर पूर्वांचल के दूसरे जिलों की यात्रा आसान हो जाएगी। नया औद्योगिक शहर भी बसाया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने शासन के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के गोरखपुर लिंक के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूर्ण करें ताकि निर्माण कार्य शुरू कराया जा सके। उन्होंने बैठक में अधिकारियों अब तक की प्रगति की जानकारी भी हासिल की।
इसके अलावा उन्होंने उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से 289 किलोमीटर लंबा चार लेन के बनने वाले बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस वे पर भी चर्चा की। कहा कि इस एक्सप्रेस के निर्माण कार्य नवंबर तक शुरू कर सके, इस लिहाज से सभी औपचारिकताएं पूर्ण की जाए। यह एक्सप्रेस वे झांसी से शुरू होकर चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, औरैया और जालौन तक जाएगा। फिर यह इटावा से होकर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे में जुड़ जाएगा। सदन रहे कि भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके नाम पर आगरा, लखनऊ, कानपुर और बलरामपुर में चार स्मारक बनाने का ऐलान किया है। माना जा रहा है कि बुंदेलखण्ड का नाम ‘अटल पथ ’ रखा जाएगा। इस संबंध में राज्य सरकार जल्द अधिसूचना जारी कर सकती है।