मुंबई। दक्षिण मुंबई में बड़े ही उत्साह से नवरात्रि अनुष्ठान शासन श्री साध्वी कैलाशवतीजी के सानिध्य में सानंद संपन्न हुआ । जैन दर्शन के आगमिक मंत्र “लोगस्स सूत्र” का एवं “दसवें आलिय” के प्रथम अध्ययन का जप के द्वारा श्रद्धालुओं ने 9 दिन तक धूनी रमाई और कर्म का क्षय कर शुभ कर्म पुण्य का अर्जन किया और तप के द्वारा पूर्व संचित कर्मों का क्षय कर आत्मा को उज्जवल बनाया । इन 9 दिनों में शासन श्री साध्वी कैलाशवतीजी ने कर्मों पर प्रकाश डालते हुए एवं महामंत्र की गरिमा बताते हुए प्रतिदिन नवकार मंत्र जपने की प्रेरणा दी । कहा 70 करोड़ा करोड़ सागर में जिस व्यक्ति के एक करोड़ करोड़ रहता है वहीं नवकार मंत्र की शरण स्वीकार करता है । साध्वी ललिता श्री जी ने 9 दिन तक जप अनुष्ठान का उच्चारण किया । साध्वी पंकज श्री जी ने 9 दिन मौन जप आराधना के साथ नवरात्रि का महोत्सव मनाया । और साध्वी सम्यक्त्वयशा जी भी जप अनुष्ठान में सहयोगी रहे । साध्वी शारदा प्रभा जी ने दशहरे के इस सत्य पर्व पर अपने विचार रखते हुए कहा राजा रावण अनेक विद्याओं एवं चार वेदों के ज्ञाता थे । शिव जिनके घर में विराजमान रहते थे । काल को जिन्होंने अपने पलंग के साथ बांध रखा था । ऐसा पराक्रमी शक्तिशाली रावण सत्य रूपी राम से मारा गया क्योंकि उसका चरित्र भ्रष्ट हो गया था और मर्यादा का उल्लंघन करके सीता का अपहरण किया ।
आज यह पर्व शिक्षा देता है हम अपने भीतर में बैठे क्रोध मान माया लोग रूपी रावण को जलाएं और चरित्र को ऊंचा उठाएं जप अनुष्ठान में तेयूप परिषद के अध्यक्ष पवन जी बोलिया, मंत्री राहुल मेहता, अशोक धींग, नितेश धाकड़, आचार्य महाप्रज्ञ विद्यानिधि फाउंडेशन के अध्यक्ष किशनलाल जी डागलिया, गणपत डागलिया, प्यारेलाल जी सिसोदिया, मिठालाल सिसोदिया, ताराचंद बरलोटा, सुखलाल सियाल, महिला मंडल संयोजिका उर्मिला कछारा, रेणु डागलिया, सुमन कावड़िया, रुक्मणी कच्छारा, पुष्पा कच्छारा, हुलासीबाई बरलोटा की विशेष उपस्थिति रही । अनेक श्रद्धालु भाई बहनों ने जाप का विशेष लाभ उठाया । यह जानकारी तेयुप के उपाध्यक्ष नितेश धाकड़ ने दी
तप जप अनुष्ठान से नवरात्र संपन्न कर अधर्म पर धर्म की विजय पताका फहराई
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