मैनपुरी:सोमवार को मैनपुरी आए प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने सपा के प्रति नर्मी दिखाई। कहा कि सपा के लिए अभी भी गुंजाइश है। लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने पांच बार इसके लिए कोशिश भी की थी लेकिन साजिश करने वाले षड़यंत्रकारियों ने ऐसा नहीं होने दिया। अब उन्होंने पार्टी बना ली है। इसके पीछे से उनके लोग हैं। उन्हें पद नहीं चाहिए लेकिन उनके कार्यकर्ताओं को उनका हक चाहिए। कहा कि गुंजाइश तो है लेकिन वह विलय नहीं बल्कि गठबंधन करने के लिए तैयार है। उन्होंने 2022 में सरकार बनाने का दावा भी किया।
प्रसपा नेता किशन दुबे के आवास पर उनकी मां के निधन पर शोक व्यक्त करने पहुंचे शिवपाल ने कहा कि नेताजी के साथ बैठकर वह समझौता करने के लिए तैयार थे। उन्होंने पहले अखिलेश को मुख्यमंत्री मान लिया, राष्ट्रीय अध्यक्ष भी मान लिया लेकिन उनका अपमान शुरू हो गया। बैठकों में नहीं बुलाया गया। जिला भ्रमण के दौरान कार्यकर्ताओं के मिलने पर रोक लगा दी गई। ऐसे में नई पार्टी बनाना उनकी मजबूरी हो गई। उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले सपा के गठबंधन पर सवाल खड़े किए और कहा कि पूरे देश के समाजवादी एक हो गए तब सपा की सिर्फ पांच सीटें आईं। राज्यसभा के चुनाव में सिर्फ एक फोन उनके पास आया था और वह दौड़े-दौड़े चले गए। वह पहले भी तैयार थे और समझौते की अब भी गुंजाइश है। बंटवारे जैसी कोई बात नहीं है। उन्हें पद और टिकट नहीं चाहिए। कार्यकर्ताओं के सम्मान का सवाल है।
अखिलेश सरकार को योगी सरकार से बेहतर बताया
शिवपाल ने कहा कि योगी सरकार को ढ़ाई साल पूरा हो गया है। अखिलेश सरकार में कानून व्यवस्था बेहतर थी। खूब विकास हुआ। उस सरकार में वह पीडब्ल्यूडी मंत्री थे। इस सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। रोजगार नहीं मिल रहा, थाने में बिना पैसे के काम नहीं हो रहा। मैनपुरी में हुई अनुष्का की मौत को शिवपाल ने हत्या बताया और कहा कि प्रशासन ने इस घटना को दबाने की कोशिश की। शिवपाल ने कहा कि प्रसपा ने 2022 को लक्ष्य बना लिया है। उन्होंने सदस्यता रद करने की याचिका पर कहा कि नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी बीमार हैं। उनकी कोई हैसियत नहीं है, बड़े लोगों के इशारे पर यह सब हुआ।
समाजवादी पार्टी से विलय नहीं बल्कि गठबंधन संभव : शिवपाल यादव
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