मुंबई : मेवाड़ संघ मुंबई के वरिष्ठ संरक्षक मोतीलाल कोठारी बासा के स्वर्गवास के बाद उनके गुरुदेव सौभाग्यमुनि एवं मेवाड़ प्रवर्तक मदन मुनि की तरफ से सेवा सिंधु अलंकरण की घोषणा की गयी. गुरुदेव के इंगित पर श्रीसंघ के पदाधिकारियों ने बासा के सुपुत्र भोलीलाल कोठारी को यह अलंकरण चेंबूर के नालंदा हाल में आयोजित गुणानुवाद सभा में प्रदान किया.
इस अवसर पर बासा को श्रद्धा सुमन अर्पित करने एवं उनका गुणानुवाद करने सम्पूर्ण मेवाड़ के प्रतिनिधि मौजूद रहे. इस दौरान तेरापंथी सभा मुंबई के अध्यक्ष नरेंद्र तातेड़, तेरापंथी महासभा के निवर्तमान अध्याक्ष किशन डागलिया, आचार्य भिक्षु समाधि स्थल सिरियारी के अध्यक्ष ख्यालीलाल तातेड़, मुंबई सभा के उपाध्यक्ष गणपत डागलिया, मेवाड़ मूर्तिपूजक संघ मुंबई के अध्यक्ष मोहन पामेचा, मंत्री किशन सिंघवी, मेवाड़ संघ के प्रमुख मीठालाल सिंघवी, अध्यक्ष किशन परमार, महामंत्री रोशन बडाला, निवर्तमान अध्यक्ष चतरलाल लोढ़ा, मेवाड़ भवन के अध्यक्ष दिलीप नाबेड़ा, महामंत्री सुरेश आंचलिया, कोषाध्यक्ष भगवती पोखरना, संरक्षक प्रकाश सांखला, मुख्य चुनाव अधिकारी बीबी लोढ़ा, सचेतक हरकलाल लोढ़ा, मानजी स्वामी सेवा संस्थान नाथद्वारा के अध्यक्ष इंद्रमल वडाला, कड़िया संस्थान के महामंत्री ओमप्रकाश मांडोत, पावन धाम फतह नगर के प्रमुख प्रकाश सिंघवी, अध्यक्ष मनोहरलाल लोढ़ा आदि ने बासा के गुणानुवाद सभा में उपस्थिति दर्ज कराई.
भावों की अभिव्यक्ति
गुणानुवाद सभा के दौरान बासा के प्रति लोगों ने अपने भावों की अभिव्यक्ति विज्युअल और शब्दों के माध्यम से दी. दासा के जीवन पर बनी डाक्यूमेंट्री भी एलईडी पर दिखाई गयी. इस अवसर पर बासा के चित्र पर पुष्प अर्पित करने की बजाय अबोध पक्षियों के लिए दाने भेंट किये गए. इस मौके पर वरिष्ठ श्रावक भंवरलाल बोहरा, रूपलाल सांखला, एकलिंगलाल लोढ़ा, लक्ष्मीलाल बडालमिया, महेंद्र चोरडिया, फूलचंद नाहर, प्रफुल्ल राणावत, भंवरलाल पालरेचा, शंकरलाल सांखला, रिखबलाल सांखला, भंवरलाल सांखला, सुरेश सिंघवी, मोहन लोढ़ा, नरेश लोढ़ा, महेंद्र पगारिया, अनिल पालरेचा, दीपक परमार, निमेष राठौड़, गौतम डांगी, महेश बाफना, सुनील मेहता, बाबूलाल बडोला, मुकेश दुग्गड़ आदि के साथ ही प्रकाश कागरेचा और विनोद वडाला आदि ने बासा को श्रद्धांजलि अर्पित की. आभार प्रदर्शन बासा के पौत्र दिनेश कोठारी ने किया.
हमेशा याद किए जाएंगे
मेवाड़ मूर्तिपूजक संघ मुंबई के अध्यक्ष मोहन पामेचा ने मोतीलाल कोठारी कोठारी ने आकस्मिक निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने सामाजिक एकता के लिए जो प्रयास किये हैं, उसके लिए आने वाली पीढ़ी उनको हमेशा याद करेगी. पामेचा ने कहा कि बासा के रूप में मगरा का एक मजबूत स्तंभ ढह गया. उनके अधूरे कार्यों को पूरा करना हम सभी का पहला दायित्व है।