नालासोपारा। नालासोपारा के गुरु आनंद-अम्बेश दरबार में पर्युषण पर्व बड़े ही आध्यात्मिक माहौल में चल रहा है। पर्युषण महापर्व के दूसरे दिन बुधवार 28 अगस्त को बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविका धर्म, अध्यात्म का रसपान करने यहां पहुंचे और साध्वीवृन्द के प्रवचन सुनकर सभी भाव विभोर हो गए। यहां विराजित साध्वीवृन्द डॉ. धर्मशिला जी महाराज की सुशिष्या पूज्य डॉ. चारित्रशिला जी महाराज, डॉ. भक्तिशिला जी महाराज एवं मैत्रीशिला जी महाराज ने श्रावक-श्राविकाओं को संबोधित करते हुए धर्म, अध्यात्म, जप एवं तप के महात्म्य को बड़े ही सरल भाषा में समझाया।
अपने प्रवचन में मैत्रीशिला जी महाराज ने अन्तज्ञान सूत्र का वाचन किया। उन्होंने साधु-संतों के महात्म्य पर प्रकाश डालते हुए श्रीकृष्ण के जीवन का वर्णन किया और उदाहरण देते हुए बताया कि साधु-संत हमेशा सत्य बोलते हैं और लोगों को सही रास्ता दिखाते हैं। आपने श्रीकृष्ण के जन्म और उनके जीवन में घटने वाली तमाम घटनाओं का अपने प्रवचन में उल्लेख किया। तत्पश्चात साध्वीवृन्द ने ‘पर्व पर्युषण मनाओ, आत्मिक आनंद पाओ…’ सुंदर गीतिका के माध्यम से उपस्थित लोगों भक्तिरस से विभोर कर दिया।
डॉ. भक्तिशिला जी महाराज ने बताया कि आज पर्युषण पर्व का दूसरा दिन है, पहला दिन जा चुका है। हमें राग द्वेष से मुक्त जीवन जीना चाहिए। भक्तिशिला जी महाराज ने बुधवार को ‘जीवन बनाओ सुपर फाइन’ विषय पर सुमधुर व्याख्यान में मन से राग द्वेष, वीत, राग आदि विकारों की गांठ निकालने की प्रेरणा दी। उन्होंने गौतम बुद्ध के जीवन प्रसंग का एक उदाहरण दिया और कहा कि हमारा जीवन राग द्वेष मुक्त होना चाहिए क्योंकि मानव जीवन एक बार हाथ से निकल गया तो दोबारा नहीं आएगा। हमें स्टैंडर्ड लाइफ ही नहीं स्टैंडर्ड धर्म आराधना करनी चाहिए तथा धर्म के मर्म को समझना चाहिए, जब माला गिनें तो शांत मन से गिनें। आपने दान के महात्म्य को समझाते हुए अभय दान, ज्ञान दान, सुपात्र दान, अनुकंपा दान एवं उचित दान की विस्तार से व्याख्या की।
डॉ चारित्रशिला जी महाराज ने मंगलपाठ सुनाया। इसके बाद तपस्वियों की अनुमोदना की गई।
इस अवसर पर नालासोपारा संघ के अध्यक्ष रमेशचंद्र इंटोदिया ने सभी का स्वागत अभिनंदन किया और इस पावन मौके पर समाज के जरूरतमंद लोगों के लिए शिक्षा एवं व्यापार हेतु एक फंड स्थापित करने पर विचार करने की बात कही।
प्रमुख रमेशचंद्र बोहरा ने अध्यक्ष की बातों का समर्थन करते हुए समाज से इसमें सहयोग करने की अपील की और जैन विकास योजना के तहत ट्रस्ट स्थापित कर इसे कार्यान्वित करने पर जोर दिया।
कार्यक्रम में एमएनएम के निवर्तमान अध्यक्ष प्रवीण इंटोदिया का जन्मदिन डॉ. चरित्रशिला जी महाराज एवं साध्वीवृन्द के आशीर्वचन से मनाया गया तथा महाराज साहब ने उन्हें ‘अभय कुमार’ की उपाधि से संबोधित करते हुए उत्तरोत्तर प्रगति एवं धार्मिक विकास का आशीर्वाद प्रदान किया। अंत में लकी ड्रॉ निकाला गया और गुरुवंदना के साथ आज के कार्यक्रम का समापन किया गया।
पर्युषण के दूसरे दिन नालासोपारा संघ में भारी उपस्थिति, प्रवचन सुनकर श्रावक-श्राविका भक्तिरस में हुए विभोर
Leave a comment
Leave a comment