मनहूस मानकर मां ने दुधमुंही बेटी को गला घोंट कर मार डाला

नई दिल्ली:निजामुद्दीन इलाके में सात माह की बेटी माहिरा को मनहूस मानकर मां ने 20 अगस्त को गुस्से में उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या को हादसे का रूप देने के लिए आरोपी ने शव बाथरूम में पानी से भरे टब में डाल दिया और परिजनों को उसके डूबने की बात बताई।
जांच के दौरान मासूम के गले पर निशान मिलने पर पुलिस का शक गहरा गया। आरोपी मां से सख्ती से पूछताछ की गई तो हत्या पर से पर्दा उठ गया। पुलिस का दावा है कि आरोपी मां अदीबा खान की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, जिसे इबहास में उपचार के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है।  पुलिस उपायुक्त चिन्मय बिस्वाल के अनुसार, मृत बच्ची के पिता इशरार खान परिवार के साथ निजामुद्दीन इलाके में रहते हैं। वह टेलर की दुकान चलाते हैं और उनकी शादी करीब डेढ़ साल पहले अदीबा खान से हुई थी। सात माह पूर्व उनके घर बेटी का जन्म हुआ, जिसके बाद से अदीबा बीमार रहने लगी। बीमारी के चलते घर की आर्थिक स्थिति भी खराब रहने लगी। इसे लेकर अक्सर दंपति में झगड़ा होता था, इसलिए महिला दुधमुंही बेटी को मनहूस मानने लगी थी। घरेलू कलह से गुस्साई अदीबा ने 20 अगस्त की शाम को बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी।
अपना जुर्म छुपाने के लिए उसने बेटी का शव बाथरूम में पानी से भरे टब में डाल दिया और परिजनों को माहिरा के टब में डूबने की बात बताई।  परिजन तुरंत बच्ची को लेकर मूलचंद अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर मामले की सूचना पुलिस को दी।
जांच के दौरान एसएचओ सतेंद्र मोहन, इंस्पेक्टर रामवीर शर्मा और एसआई अशोक की टीम ने बच्ची के गले पर निशान पाया। ऐसे में पुलिस ने बच्ची की मां को शक के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पुलिस को अदीबा की मानसिक स्थिति खराब लगी, जिसके बाद उसे इहबास अस्पताल भेज दिया गया।  मगर  पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होने और अपराध कबूल लेने के बाद पुलिस ने अदीबा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
परिजनों से भी खफा  
पुलिस पूछताछ में आरोपी मां ने बताया कि घर वाले माहिरा को मनहूस कहने लगे थे। बेटी को बार-बार मनहूस कहने पर अदीबा को गुस्सा आता था। इसी गुस्से में उसने वारदात की। गुस्सा शांत होने पर उसने बेटी का शव काफी देर तक अपने पास रखा।
आत्महत्या करना चाहती थी
परिजनों की मानें तो अदीबा शादी के बाद से ही परेशान रहने लगी थी। वह पति और ससुराल वालों से खुश नहीं थी। गत जुलाई माह में वह आत्महत्या करने वाली थी, लेकिन जब वह सुसाइड नोट लिख रही थी, तभी उसकी मां वहां पहुंच गई। तब मां ने उसे रोक लिया था।

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