डोम्बिवली। कीर्तिधर आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी शिष्या शासन श्री साध्वी श्री सोमलता जी ने देवरानी – जेठानी कार्यशाला में खचाखच भरे सदन को अनूठे अंदाज में संबोधित करते हुए कहा – इस मनमोहक पाठशाला में देवरानी – जेठानी दोनों को छहअक्षरी महामंत्र यानी अ,आ,इ,ई,उ,ऊ को पढ़ना जरूरी है। अदब, आत्मविश्वास, इबादत, ईमानदारी, उत्साह और ऊर्जा। व्यवहार में मधुरता, परस्परता और आत्मीयता की अखंड जोत जलती रहे। और जीवन में हर क्षण हर पल सौहार्द की बरखा होती रहे।
इस भव्य, आकर्षक कार्यक्रम की शुरुआत देवरानी – जेठानी की मधुर स्वर लहरियों से हुई। स्वागत भाषण महिला मंडल संयोजिका मधुजी कोठारी ने दिया। साध्वी श्री जागृतप्रभाजी ने सामंञ्जस्य की अनुप्रेक्षा करवाई। साध्वी श्री रक्षितयशाजी ने देवरानी – जेठानी का गीत गाकर सबको भाव विभोर कर दिया। साध्वी श्री शकुन्तलाकुमारी जी, संचितयशा जी ने प्रश्नोत्तर शैली में अपनी बात कही।
महिला मंडल की बहनों ने देवरानी – जेठानी की नौक – झोंक की, बरखा सौहार्द की और स्नेह की सरणी नाटिका के माध्यम से प्रेममय जीवन जीने के रहस्यात्मक सूत्र बताये। देवरानी – जेठानी को रोमांचिक गेम खिलवाया। जिसमें प्रथम स्थान कोमल – निकीता इंटोदिया, दूसरा स्थान शिल्पा – पिंकी बड़ाला, तीसरा स्थान पायल – नम्रता परमार का रहा। सीमा – रीना – किरण कोठारी, नीता मेहता, नेहा बाफना, रुचि पटवारी, निकिता इंटोदिया, अलका मादरेचा, ममता बड़ाला, अंजु कच्छारा, सीमा इंटोदिया, वर्षा पगारिया ने नाट्य कला का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में सहसंयोजिका रीना हिंगड़ ने आभार ज्ञापन किया। सहसंयोजिका अनिता बड़ाला की सहभागिता रही। कार्यक्रम का कुशल संचालन मीना – प्रेक्षा धाकड़ ने किया।
इस कार्यक्रम में मुंबई कन्या मंडल सहप्रभारी जुलीजी मेहता, मुंबई कार्यकारिणी सदस्या सुधा सियाल, डोंबिवली महिला मंडल कोषाध्यक्ष रीना कोठारी, कन्या मंडल प्रभारी ममता जी सिंघवी, संयोजिका प्रेक्षा बड़ाला, सहसंयोजिका रिंपल सिंघवी व आशी सिंघवी, नैना कच्छारा और रिंकू माद्रेचा का विशेष सहयोग रहा। परामर्शक बहिने लीलाजी पटवारी, कमलाजी कोठारी, शकुन्तलाजी डागा, प्रवीणाजी कच्छारा, सुशीलाजी ढिलीवाल की गरिमामयी उपस्थिति रही।
डोम्बिवली में देवरानी – जेठानी कार्यशाला: बरखा सौहार्द की – शासन श्री साध्वी श्री सोमलता जी
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